दरभंगा : निलाम पत्रवाद से संबंधित भौतिक एवं वित्तीय स्थिति जिला में असंतोषजनक है. प्रखंड से लेकर जिलास्तर तक कुल 24 पदाधिकारी निलाम पत्रवाद के निष्पादन के लिए लगाये है. बावजूद पदाधिकारी की सुस्ती के कारण इस वर्ष भी लक्ष्य के अनरुप राजस्व वसूली नहीं पाने की संभावना बनी है. निलाम पत्र शाखा भी प्रभार […]
दरभंगा : निलाम पत्रवाद से संबंधित भौतिक एवं वित्तीय स्थिति जिला में असंतोषजनक है. प्रखंड से लेकर जिलास्तर तक कुल 24 पदाधिकारी निलाम पत्रवाद के निष्पादन के लिए लगाये है.
बावजूद पदाधिकारी की सुस्ती के कारण इस वर्ष भी लक्ष्य के अनरुप राजस्व वसूली नहीं पाने की संभावना बनी है. निलाम पत्र शाखा भी प्रभार में ही चल रहा है. एक-एक पदाधिकारी कई विभाग के प्रभार में हैं. गबन के इन मामलों में कई पदाधिकारी, लिपिक, संवेदक, उपभोक्ता, वाहन स्वामी से लेकर बैंक ऋणी आदि आरोपी हैं. इन सभी पर वाद चल रहा है.
निबटाये गये 275 मामले
इस वर्ष निलाम पत्र शाखा में 10 हजार 842 मामले में 7299.08 लाख रुपये वसूली करने का लक्ष्य निर्धारित था. अक्टूबर माह तक मात्र 275 मामले ही निबटाये गये. इससे मात्र 472 लाख रुपये की वसूली हुई. निलाम पत्र वाद से संबंधित राजस्व वसूली की सुनवाई के लिए अपर समाहर्त्ता, डीटीओ, भू-अर्जन, तीनों एसडीओ, तीनों डीसीएलआर, डीएसओ, जीपीआरओ कई वरीय उपसमाहर्त्ता, क्षेत्रीय प्रबंधक भूमि विकास बैंक एवं सीओ को लगाया गया है. निलाम पत्रवाद मामले में कई बार सम्मन, वारंट जारी किया गया. थाना की सुस्ती से राशि वसूल नहीं हो रही है.
थाना द्वारा सघन अभियान चलाया गया होता तो इस वर्ष पूरी राशि वसूली हो जाती. पदाधिकारी के स्थानांतरण अथवा अतिरिक्त प्रभार के बोझ के कारण परेशानी बढ़ी है.
कुमार रामबाबू,
निलाम पत्रवाद शाखा पदाधिकारी
विजेताओं को किया पुरस्कृत