दरभंगाः डीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर रात 12 बजे काम लौट आये. राज्य सरकार ने उनकी मांग मान ली है. अब उन्हें राज्य सरकार में कार्यरत डॉक्टरों के वेतन अनुरूप वेतन मिलेगा. हर साल दस प्रतिशत इसमें बढ़ोत्तरी की जायेगी.
बुधवार को हड़ताली डॉक्टरों की पटना में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से वार्ता हुई. डॉक्टरों की अपनी मांगों को प्रधान सचिव के समक्ष रखा. मांगे माने जाने के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की.इधर हड़ताल का असर अस्पताल की व्यवस्था पर दिखा. मरीजों की संख्या लगातार घटती जा रही है. इस दौरान तीन मरीजों की मौत भी हो चुकी है.
इधर, सुबह करीब 11 बजे पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों को सरकार की ओर से वार्ता के लिए बुलावा आया. पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सचिव डॉ रूपक ने डीएमसीएच के आंदोलित डॉक्टरों के बिना वार्ता करने से साफ मना करते हुए यहां के डॉक्टरों को भी पटना आने की जानकारी दूरभाष पर दी. जिस वक्त यह फोन आया जूनियर डॉक्टर डॉ राहुल की अध्यक्षता में डीएमसीएच कैंटीन में हड़ताल के आगे की रणनीति पर विचार कर रहे थे. संदेश आते ही सभी पटना के लिए प्रस्थान कर गये.
इधर, हड़ताल का असर सभी वार्डो पर साफ दिखायी दे रहा है. चिल्ड्रेन आइसीयू, सीसीडब्ल्यू समेत तीन जगहों पर मौत के बाद वरीय चिकित्सक सभी जगहों पर पूरे मुस्तैद हैं. हालांकि वार्डो से मरीजों के डिस्चार्ज करने का सिलसिला लगातार जारी है. प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ एसएन सिन्हा खुद सभी वार्डो में सुबह से ही मुस्तैद दिखे.