दरभंगा. केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित स्मार्ट सिटी की सूची में दरभंगा, सहरसा व पूर्णिया जैसे ऐतिहासिक शहर का नाम शामिल नहीं होने पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया है. बुधवार को माधवेश्वर परिसर में प्रेसवार्ता करते हुए यूनियन के अनूप कुमार, सुदर्शन कुमार, नीतीश कर्ण आदि ने कहा कि केंद्र सरकार इस क्षेत्र के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है.
यह इसका प्रमाण है. आजादी के समय ये शहर विकसित थे. विशेषकर दरभंगा पहला शहर था, जिसे योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया गया था. पिछले साठ वर्षों में इन शहरों की स्थिति बहुत दयनीय हो गयी है. वर्तमान में यहां के लोग रोजी-रोटी के लिए दूसरे महानगरों में पलायन कर रहे हैं. दो वक्त की रोटी भी लोगों को यहां नसीब नहीं हो पाती.
प्राकृतिक आपदा से तो यह क्षेत्र पीडि़त रहता ही है, केंद्र के इस सौतेले व्यवहार के खिलाफ यूनियन 28 मई से एक जून तक शहर मंे स्मार्ट मिथिला अभियान चलायेगा. प्रत्येक घर में जाकर केंद्र के भेदभाव से लोगों को अवगत करायेगा. विभिन्न जगहों पर धरना-प्रदर्शन व शांति मार्च भी निकाला जायेगा. यहां बता दें कि स्मार्ट सिटी के लिए मानक पर यह शहर खड़ा नहीं उतर रहा है, यही वजह है कि इस सूची में दरभंगा के सम्मिलित किये जाने के आसार न के बराबर है.