दरभंगा : डीएमसीएच में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए जहां सुविधा का घोर अभाव है. वहीं आपातकालीन स्थिति में मरीजों के इलाज के लिए विभिन्न विभागों के आइसीयू का हाल बेहाल है. आइसीयू में गहन चिकित्सा की बात तो दूर बुनियादी चिकित्सयीय सुविधा भी नहीं मिल पाती है. यूं कहा जाये कि डीएमसीएच के […]
दरभंगा : डीएमसीएच में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए जहां सुविधा का घोर अभाव है. वहीं आपातकालीन स्थिति में मरीजों के इलाज के लिए विभिन्न विभागों के आइसीयू का हाल बेहाल है. आइसीयू में गहन चिकित्सा की बात तो दूर बुनियादी चिकित्सयीय सुविधा भी नहीं मिल पाती है. यूं कहा जाये कि डीएमसीएच के आइसीयू को वेंटीलेटर की जरूरत है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. बता दें कि अस्पताल का आइसीयू की चिकित्सा व्यवस्था सामान्य वार्ड से भी बदतर है. यहां के सभी बेड पुराने व जर्जर हो चुके हैं.
ऑक्सीजन पाइप लाइन में आये दिन लिकेज की समस्या बनी रहती है. वहीं गर्मी के मौसम में गायनी, मेडिसीन, सर्जरी विभाग को ठंढ़ा करने के लिये लगे एसी में से अधिकांश खराब है. भीषण गर्मी में एसी खराब होने के कारण मरीज हलकान हो रहे हैं. जिससे मरीजों के इलाज पर भी बुरा असर पर रहा है. आईसीयू में भर्ती मरीज गर्मी से बचने के लिये हाथ के पंखा का प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन इससे मरीजों को कोई राहत नहीं मिलता है. हाल यह है कि यहां मरीजों का दम घुटने जैसी स्थिति बनी हुई है. इसके अलावा यहां लगे जीवन रक्षक मशीन-उपकरण में अधिकांश मशीन खराब हो चुका है. कुल मिलाकर कहा जाये, तो सरकार के सलाना करोड़ो के बजट के बावजूद यहां की व्यवस्था लचर बनी हुई है.
अधिकांश जीवन-रक्षक मशीन-उपकरण खराब
नये गायनी आइसीयू में सात बेड लगे हैं. यूनिट में केवल तीन मॉनीटर लगाये गये हैं. बाकी बेडों पर मॉनीटर तक की सुविधा नहीं है. हर बेड के उपर सिरिंज पंप लगे होने चाहिये. इससे मरीजों को फ्लूड चढ़ाया जाता है, लेकिन किसी भी बेड पर यह सुविधा नहीं है. सेंट्रल मॉनीटर कई महीनों से बेकार पड़ा है. इक्कोकार्डियोग्राफी मशीन करीब एक महीने से खराब है. सीरियस मरीजों के उपयोग में आने वाले पांच वेंटिलेटर में तीन खराब है.
जर्जर हो चुका है मेडिसीन आइसीयू का बेड
मेडिसीन आइसीयू में कुल 24 बेड लगे हैं. यहां लगे सभी बेड पुराने व जर्जर हो चुके हैं. साथ ही यहां लगे अधिकांश मशीन-उपकरण खराब हो चुके हैं. साथ ही एसी और पंखा भी काम नहीं कर रहा है. इसके कारण गर्मी में मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. परिजनों का कहना है इससे अच्छा तो गांव का पीएचसी है.
ऑर्थो सर्जरी आइसीयू
का हाल-बेहाल
सर्जरी आइसीयू की स्थिति मरीजों के लिए उपचार के लिए ठीक नहीं है. आईसीयू में चूहा ने अपना कब्जा जमा लिया है. मरीज के आंख बंद करते ही चूहा उसके शरीर पर उधम कूद करने लगता है. वार्ड में लगे एसी उचित रख-रखाव के कारण खराब है.
गायनी आइसीयू को नये कमरे में शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है. इसलिये वहां जरूरी उपकरण नहीं लगाये जा रहे हैं. अन्य विभागों के उपकरण व एसी के खराब होने की सूचना नहीं है. सूचना मिलने पर कार्रवाई होगी.
– डॉ संतोष कुमार मिश्र,
अधीक्षक डीएमसीएच
गायनी आइसीयू में एसी की सुविधा नहीं
गायनी आइसीयू की स्थिति दिनों दिन बदतर होती जा रही है. यहां न तो एसी की सुविधा है और न ही मरीजों के लिये ऑक्सीजन पाइप लाइन भी पहुंच पायी है. आपातकालीन स्थिति में मरीजों के लिये छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रयोग कर किसी तरह काम निकाला जा रहा है. बता दें कि पुराने आइसीयू के रिनोवेशन को लेकर इसे नये कमरे में शिफ्ट किया गया है. नये कमरे में महीनों से मरीजों के लिये कोई सुविधा नहीं है.