दरभंगा : जयनगर से दरभंगा आ रही सवारी गाड़ी में बम होने की सूचना से खलबली मच गयी. सकरी जंकशन पर ट्रेन के पहुंचते ही गाड़ी को खाली करा लिया गया. प्लेटफॉर्म से यात्रियों को बाहर निकाल दिया गया. कर्मी भी कार्यालय छोड़ कर भाग गये. सूचना पर पहुंची सकरी, मनीगाछी पुलिस के साथ ही […]
दरभंगा : जयनगर से दरभंगा आ रही सवारी गाड़ी में बम होने की सूचना से खलबली मच गयी. सकरी जंकशन पर ट्रेन के पहुंचते ही गाड़ी को खाली करा लिया गया. प्लेटफॉर्म से यात्रियों को बाहर निकाल दिया गया. कर्मी भी कार्यालय छोड़ कर भाग गये. सूचना पर पहुंची सकरी, मनीगाछी पुलिस के साथ ही आरपीएफ व जीआरपी ने जांच की.
हालांकि, सूचना अफवाह निकली. इस वजह से यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. करीब दो दर्जन यात्री चोटिल हो गये. लगभग तीन घंटे बाद यह गाड़ी रवाना हो सकी.
अपराह्न 2.20 बजे समस्तीपुर के चीफ कंट्रोलर ने सकरी के स्टेशन अधीक्षक राजदेव पासवान को ट्रेन में विस्फोटक होने की
सवारी गाड़ी में…
सूचना दी. उस समय गाड़ी सकरी जंकशन पर प्रवेश ही कर रही थी. 2.23 बजे ट्रेन प्लेटफार्म एक पर प्लेस हुई. तत्काल माइक से यात्रियों को ट्रेन खाली कर देने के लिए कहा गया. यात्री अभी कुछ समझ भी नहीं पाये थे कि ट्रेन में विस्फोटक होने की आशंका से संबंधित घोषणा की जाने लगी. इसके बाद यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. जल्द से जल्द ट्रेन से भागने के चक्कर में गाड़ी के गेट के पास बैठे यात्रियों को धकियाते हुए लोग बाहर की ओर भागने लगे. भयभीत यात्री ट्रेन से कूदने लगे.
चीख-पुकार मच गयी. हालांकि, सकरी जंकशन के अधिकारियों ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए दहशत को कम किया, वरना घटना बड़ी हो सकती थी. बावजूद करीब दो दर्जन यात्री चोटिल हो गये.
सूचना मिलते ही तैनात जीआरपी के नरेश कुमार व गणेश कुमार पहुंचे. सकरी थाने से एएसआइ अभिनंदन साह व मनीगाछी थाना से कन्हाई सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल के जवान तत्काल पहुंच गये. अपने स्तर से जांच की. इधर, आरपीएफ कमांडेंट ने दरभंगा इंस्पेक्टर बीके विश्वकर्मा को खबर दी. उपनिरीक्षक जवाहर लाल के नेतृत्व में स्वान दस्ता के साथ टीम को भेजा. पूरी ट्रेन की जांच की गयी. कहीं भी आपत्तिजनक वस्तु नजर नहीं आयी. लावारिश अवस्था में एक झोला पड़ा मिला.
जांच करने पर उसके भीतर से एक फटा-पुराना जैकेट निकला. इसके बाद शाम 5.10 बजे ट्रेन को सुरक्षित होने का प्रमाण पत्र स्टेशन अधीक्षक को सौंप दिया. इसके बाद चालक लीलाकांत मिश्र व गार्ड तनवीर अनवर ट्रेन को लेकर रवाना हुए. इस बीच तीन घंटे तक यह गाड़ी सकरी जंकशन पर ही खड़ी रही.