दरभंगा : जिला में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य को लेकर ऑनलाइन समीक्षात्मक बैठक आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में हुई. बैठक के दौरान राहत एवं बचाव कार्य को लेकर प्रधान सचिव श्री अमृत ने कई दिशा- निर्देश दिए. उन्होंने तैयारी के बावत जानकारी ली.डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नजर रखी जा रही है. अब तक गौड़ा बौराम, घनश्यामपुर, तारडीह, जाले, केवटी, सिंहवाड़ा प्रखंड प्रभावित हुआ है.
इसके अलावे सदर एवं बहादुरपुर प्रखंड के कुछ पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित हैं. बताया कि 15 सदस्यी टीम गठित की गई है, जो बाढ़ प्रभावित इलाकों पर नजर रखे हुए है. पदाधिकारियों एवं कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. गौड़ाबौड़ाम, घनश्यामपुर, तारडीह में 20 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम भ्रमणशील है. एनडीआरएफ की 25 सदस्यीय टीम जाले, केवटी, सिंहवाड़ा में तैनात कर दी गयी है.
लगाये गये पांच स्वास्थ्य शिविर
डीएम ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में पांच पशु स्वास्थ्य केंद्र एवं पांच स्वास्थ्य शिविर लगाये गए हैं. 45 सरकारी नाव एवं पांच मोटरवोट चलाया जा रहा है. अब तक 9828 पैकेट सूखा खाद्यान्न (ढाई किलो चूड़ा, ढाई सौ ग्राम गुड़, मोमबत्ती, सलाई) वितरित किया गया है. वहीं 1480 बाढ़ प्रभावितों को घनश्यामपुर में एवं 1180 बाढ़ पीड़ितों को तारडीह में सुबह- शाम पका भोजन खिलाया जा रहा है.
28,666 एकड़ में फसल की हुई क्षति
डीएम ने बताया कि अबतक चार टन पशु चारा का वितरण किया गया है. 1232 बाढ़ पीड़ितों का इलाज किया गया है. बाढ़ पीड़ितों के बीच 36सौ गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर लिया गया है. जरुरत पड़ने पर मेडिकल टीम उनकी मदद करेगी. 345 पशुओं का इलाज किया गया है. चार हजार हैलोजन टैबलेट, एक क्विंटल ब्लीचिंग पाउडर वितरित किया गया है. कहा कि जिला में अब तक 28 हजार 666 एकड़ में फसल की क्षति हुई है.
बाढ़ से 40 की मौत, सुगौली स्टेशन पर पानी
जल प्रलय. उत्तर बिहार के कई नये इलाकों में घुसा पानी, मोतिहारी व सीतामढ़ी में सेना ने संभाली कमान
उत्तर बिहार में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है. कई नये इलाकों में पानी बढ़ने लगा है. लोग घर छोड़ कर बांधों, सड़कों व राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं. इस बीच पिछले दो िदनों के दौरान बाढ़ के पानी में डूबने से 40 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं 50 से अधिक लोग लापता हैं. पश्चिमी चंपारण में 11, पूर्वी चंपारण में छह, सीतामढ़ी में 13, मधुबनी में सात व दरभंगा िजले में तीन लोगों की मौत हो चुकी है. पूर्वी चंपारण के सुगौली रेलवे स्टेशन पर पानी भर जाने से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है.