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बच्चियों की मौत के बाद मचा कोहराम
अलीनगर/ कुशेश्वरस्थान. : जिले के घनश्यामपुर, कुशेश्वरस्थान, अलीनगर व केवटी प्रखंडवासियों के लिए रविवार की सुबह कभी नहीं भूलनेवाली कालिमा के साथ आयी. आसमान में सूरज अपनी चमक को तेज कर रहा था, लेकिन इसी बीच नौ बच्चों की जिंदगी चली गयी. घनश्यामपुर में जहां डूबने से पांच बच्चियों की मौत हो गयी, वहीं कुशेश्वरस्थान […]
अलीनगर/ कुशेश्वरस्थान. : जिले के घनश्यामपुर, कुशेश्वरस्थान, अलीनगर व केवटी प्रखंडवासियों के लिए रविवार की सुबह कभी नहीं भूलनेवाली कालिमा के साथ आयी.
आसमान में सूरज अपनी चमक को तेज कर रहा था, लेकिन इसी बीच नौ बच्चों की जिंदगी चली गयी. घनश्यामपुर में जहां डूबने से पांच बच्चियों की मौत हो गयी, वहीं कुशेश्वरस्थान में दो बच्चियों की ईह लीला समाप्त हो गयी. दोनों क्षेत्र में मातमी सन्नाटा पसर गया. घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के कोर्थू पूर्वी में रविवार की सुबह अशुभ बन कर आई. आस्था के साथ स्नान करने गयी पांच बच्चियां डूब कर काल के गाल में समा गईं, जबकि चार बच्चियों को पारसमणि मन्दिर में पूजा के लिये गये ग्रामीण जवाहर मिश्र ने जान पर खेल कर जान बचाने में सफलता हासिल की.
घटना से गांव में चीख-पुकार मच गयी. कोर्थू के दह पोखर से निकाली गयी पांच बच्चियों को लोग आशाओं की किरण लेकर बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. फिर तो उनके परिजनों ने वहीं अपनी सुध-बुध गवां बैठे. हालांकि ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ एवं सहानुभूति का परिचय देते हुए लाश को लेकर परिजनों को संभालते हुए गांव लौटे. उसके बाद तो कुल चार घरों से चित्कार की आवाजें ही गूंजने लगी. इस बड़ी घनी आबादी वाले गांव में हर ओर मातम पसर गया. पीड़ित परिवार को ढाढ़स कौन बंधाता सब के सब रोने और विलाप करने में शामिल ही हो जा रहे थे.
अब कौन बूढ़ी दादी को मां बुलायेगा हे भगवान : संजीव मिश्र की पुत्री मृतका 11 वर्षीया निधि कुमारी के यहां चीख-पुकार मची हुई थी. मृतका की दादी प्रेमदाय देवी के विलाप से हर किसी की आंखें नम हो जा रही थी. तीन वर्ष की उम्र में उसकी मां नीतू देवी को ईश्वर ने छीन लिया था. अकेली निधि को उसकी दादी ही परवरिश कर रही थी. वह दादी को ही मां बुलाती थी. पिता ने बाद में दूसरी शादी कर ली जिनसे भी उन्हें संतान है. दूसरी मां कुमकुम भी विलाप कर रही थी. पिता परदेस में रहते हैं.
उजड़ गयी मकीचंद्र की खुशहाल जिंदगी : बिंदू मंडल के घर भी काफी लोग जुटे थे, जहां उनकी एक 9 वर्षीय पुत्री सुजिता की लाश को लेकर परिजन विलाप कर रहे थे. मृतक के दो छोटे भाई भी हैं. मकीचन्द्र तांती की तो दो बेटियां थी. 12 वर्षीया वंदना कुमारी एवं 10 वर्षीया पिंकी कुमारी. वे दोनों एक साथ इस दुनिया से विदा हो गईं. दोनों की लाश को आंगन में रख कर माता सोनिया देवी एवं अन्य परिजन विलाप कर रहे थे. कोई भी उन्हें संभालने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहा था. मृतक को एक मात्र छोटा भाई है. दिलीप साहु की 14 वर्षीया लक्ष्मी की भी मौत होने से माता रेखा देवी का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है.
जवाहर की तत्परता से बची चार बच्चों की जान : गांव के पश्चिम में आबादी से दूर पारसमणि मंदिर में पूजा के लिये रविवार को बच्चे गये थे. दह पोखर में स्नान करने के लिये सात बच्चियां व दो बच्चे तालाब में गये.
उस समय करीब सुबह के 8.30 बज रहे थे. तालाब में जाते ही वह सभी पानी की गहराई नहीं आंकने के कारण अचानक डूब गये. बाहर में जो बच्ची थी उसने हल्ला किया. इस पर वहीं मंदिर में पूजा के लिये गये ग्रामीण जवाहर मिश्र पूजा छोड़ दौड़ कर पहुंचे. दो बच्चियों के साथ दो बच्चे को तो बारी-बारी से जीवित अवस्था में निकाल लिया, लेकिन उसके बाद जिसे भी निकाला वे सभी दुनिया से विदा हो चुके थे. फिर भी वहां जुटे पवन कुमार यादव एवं रामनरेश ठाकुर सहित कई लोगों ने पेट से पानी निकालने के लिए कंधों पर टांगा, घुमाया और उल्टा लिटाया, किन्तु इस प्रयास का समय काफी पहले ही समाप्त हो चुका था.
सूचना मिलते ही पहुंचे पदाधिकारी
सूचना मिलते ही सबसे पहले घनश्यामपुर के बीडीओ अहमर अब्दाली व थानाध्यक्ष शिव कुमार प्रसाद सदल बल पीड़ित परिवारों के घर पहुंचे. उसके बाद बिरौल एसडीएम मो. शफीक और फिर एसडीपीओ सुरेश कुमार का आगमन हुआ. इस बीच प्रखंड प्रमुख मुंद्रिका देवी, पूर्व जिप सदस्य व भाजपा नेता विनोद मिश्र, उप प्रमुख नसर नवाब, जिप सदस्य अबुल खैर और इनके बाद घनश्यामपुर के सीओ रंभू ठाकुर, सीआइ भोला यादव, बीडीओ बिरौल रजत किशोर सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर कुमार ब्रजेश, जदयू प्रखंड अध्यक्ष विनोद मिश्र, राजद अध्यक्ष राज नारायण यादव आदि इस दुःख की बेला में पहुंचे. मुखिया दीपक सदा ने कबीर अंत्येष्टि मद से तीन-तीन हजार रुपये नकद आश्रितों को दिया.
केवटी. प्रखंड के दिघियार गांव में शनिवार की शाम मो. अली हुसैन की 13 वर्षीय पुत्री निखत परवीन तालाब में स्नान करने के दौरान डूब गयी. उसी समय एक युवक ने उसे तालाब से बाहर निकाल लिया.
गांव में प्राथमिक उपचार के बाद निखत को इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गयी. बताया जाता है कि निखत अपनी सहेली के साथ तालाब में नहाने गयी थी. निखत को तैरने नहीं आता था. अधिक पानी में चले जाने पर वह डूबने लगी.
तालाब के किनारे मौजूद एक युवक ने जब निखत को डूबते देखा तो तालाब में छलांग लगा दी. काफी मशक्कत के बाद वह निखत को तालाब से निकालने में सफल रहा. बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका. निखत की दादी ने बेंता ओपी को दिये बयान में घटना की जानकारी दी है.
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