दरभंगा : बारिश बंद होने के बाद भी डीएमसीएच के कर्मियों और चिकित्सकों की समस्या कम नहीं हुई है. क्वार्टरों में पानी घुस जाने के कारण जहां चिकित्सक होटलों व परिचितों के घर में शरण लिये हुये हैं. वहीं कर्मी सड़क किनारे, रैन बसेरा और टैम्पो में समय गुजार रहे हैं. इधर डीएमसीएच में बन […]
दरभंगा : बारिश बंद होने के बाद भी डीएमसीएच के कर्मियों और चिकित्सकों की समस्या कम नहीं हुई है. क्वार्टरों में पानी घुस जाने के कारण जहां चिकित्सक होटलों व परिचितों के घर में शरण लिये हुये हैं. वहीं कर्मी सड़क किनारे, रैन बसेरा और टैम्पो में समय गुजार रहे हैं. इधर डीएमसीएच में बन रहे सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के कर्मियों और इंजिनियर के कैंप में पानी घुस जाने से निर्माण कार्य बंद हो गया है. मजदूर अपने घर का रूख कर गये हैं.
जबकि, प्राचार्य डॉ. आरके सिन्हा क्वार्टर खाली कर गेस्ट हाउस में पलायन कर गये हैं. इस कारण डीएमसी के पठन-पाठन, परीक्षा के साथ-साथ मरीजों का उपचार भी बुरी तरह से प्रभावित हो गया है.
कर्मियों के क्वार्टर में कमर भर पानी: डीएमसीएच के चतुर्थवर्गीय कर्मियों के बेंता ओपी से पूरब स्थित क्वार्टर में कमर भर से अधिक पानी है. अभी भी क्वार्टर के खिड़की से होकर पानी बह रहा है. इस कारण दो दर्जन से अधिक कर्मी कर्पूरी चौक पर सड़क किनारे, रैन बसेरा तो कोई टैम्पो में परिवार समेत शरण लिये हुये हैं. डीएमसी कर्मी दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि उनके अलावा उमेश मंडल, शिवजी कामती, बच्चन कामती, विनोद राय आदि पूरे परिवार के साथ शरणार्थी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं. सबसे बड़ा परेशानी नित्य क्रिया संपन्न करने में है. साथ ही भोजन पानी पर भी आफत पड़ा हुआ है. इसके बाद भी उनकी सुधी लेने वाला कोई नहीं है.
चिकित्सकों ने किया पलायन
डाॅक्टर्स कॉलोनी स्थित क्वार्टरों में पानी घुस जाने के कारण दर्जनों चिकित्सक पलायन कर गये हैं. कई चिकित्सक अपने रिश्तेदारों, परिचितों व होटलों में शरण लिये हुये हैं. प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि खुद उन्हें गेस्ट हाउस में शरण लेना पड़ा.
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