दरभंगा : एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के कारण सदर प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यायल, सदर थाना से लेकर कबीरचक पंचायत पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. पिछले 36 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कबीरचक पंचायत समेत सदर प्रखंड कार्यालय टापू में तब्दील हो गया है. प्रखंड कार्यालय में दो […]
दरभंगा : एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के कारण सदर प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यायल, सदर थाना से लेकर कबीरचक पंचायत पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. पिछले 36 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कबीरचक पंचायत समेत सदर प्रखंड कार्यालय टापू में तब्दील हो गया है. प्रखंड कार्यालय में दो फीट पानी घुस गया है. सदर प्रखंड कार्यालय, सीओ कार्यालय, सदर पीएचसी व सदर थाना की ओर आने वाले रास्ते पर तीन से चार फीट पानी लग जाने के कारण यह रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. वहीं कबीरचक पंचायत में दो सौ घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है.
हाल यह है कि पंचायत के रामपुरकासिम टोला में लोगों के घरों में चार से पांच फीट पानी घुस जाने के कारण टोला के करीब पांच दर्जन परिवार के लोगों को पलायन करना पड़ा. पलायन करने वाले लोग सामान व पूरे परिवार के साथ मध्य विद्यालय मथुरापुर में शरण लिये हुये हैं.
पीड़ितों में आक्रोश : रामपुरकासिम टोला में लोगों के घरों में चार से पांच फीट पानी घुस जाने के कारण करीब पांच दर्जन परिवारों को घर छोड़कर मध्य विद्यालय मथुरापुर में शरण लिये हुये हैं. लोगों से परेशानी पूछने पर उनका गुस्सा फूट पड़ा. कहा कि घर रहते हुये उनलोगों को शरणार्थी की जिंदगी गुजारनी पड़ रही है. सामान के साथ पूरा परिवार स्कूल में शरण लिये हुये हैं. सोहन राम, छोटे राम, शत्रुध्न राम, कन्हाई राम, दुखी राम, ओपी राम, लालबचन राम, राजू राम, दयाराम राम, विश्वनाथ राम, गणेश राम, सूरज राम, सुकन महतो, ठक्को महतो, प्रदीप महतो, राजा महतो, अशोक महतो, रामचंद्र राम, रामसुंदर देवी, दाई देवी ने बताया कि वे लोग पिछले दो महीने से जलजमाव से परेशान थे.
घर से निकलना मुश्किल था लेकिन, पीड़ा कोई सुनने वाला नहीं है. पीड़ितों ने साफ शब्दों में कहा कि यह सरकार उनके लिये अंधी, जिला व स्थानीय प्रशासन गूंगी और निकम्मी है. इस कारण उनलोगों की समस्या को समय रहते दूर नहीं किया गया. आज उनलोगों को शरणार्थी की जिंदगी गुजारनी पड़ रही है. घर से पलायन करने के कारण उनलोगों के समक्ष नित्य कर्म से लेकर भोजन पानी तक का आफत हो गया है.