मुजफ्फरपुर : राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआइ) ने सूचना के आधार पर अहियापुर एनएच 57 पर ट्रक (एचआर 38 एच-7757) से चार क्विंटल गांजा जब्त किया है.
जब्त गांजा की कीमत भारतीय बाजार में 40 लाख व अंतरराष्ट्रीय बाजार में चार करोड़ रुपये बतायी गयी है. डीआरआइ की टीम ने ट्रक चालक चंद्रशेखर कुमार व खलासी सोनू कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
ट्रक चालक व खलासी उत्तर प्रदेश अलीगढ़ के रहने वाले बताये गये हैं. पूछताछ में ट्रक चालक ने डीआरआइ अधिकारी को गांजा तस्कर गिरोह के सरगना का नाम भी बताया है. गांजा तस्करी में मुजफ्फरपुर के भी कुछ तस्कर शामिल हैं. ट्रक पर कोयला के नीचे छिपा कर गांजा को असम के गुवाहाटी से यूपी के बागपत ले जाया जा रहा था.
डीआरआइ को बुधवार दोपहर 12 बजे सूचना मिली कि कोयला लदे ट्रक से चार क्विंटल गाजा असम के गुवाहाटी से यूपी के बागपत ले जाया जा रहा है. सूचना पर डीआरआइ की टीम अहियापुर स्थित एनएच 57 पर ट्रक का इंतजार करने लगी. ट्रक के आते ही डीआरआइ टीम ने ट्रक को रुकने का इशारा किया, लेकिन ट्रक नहीं रुका.
इसके बाद ट्रक का पीछा कर ट्रक को रोका गया. डीआरआइ टीम ने ट्रक की जांच की. जांच के दौरान कोयला के नीचे एक बंडल दिखा. जांच करने पर उसमें गांजा बरामद किया गया. इसके बाद ट्रक को जब्त कर कार्यालय लाया गया. इसके बाद ट्रक पर लदे 14 टन कोयला को अनलोड कर गांजा के सभी बंडल को निकाला गया.
बंडल की जांच करने पर उसमें से चार क्विंटल गांजा बरामद किया गया. चालक चंद्रशेखर ने पूछताछ में बताया कि उसे गांजा पहुंचाने के लिए एक लाख रुपये का लालच दिया गया था. उसने गांजा तस्करी के तार मुजफ्फरपुर से भी जुड़े होने की बात कही है.
सितंबर में पकड़ा गया दो करोड़ का गांजा
डीआरआइ की टीम ने सितंबर माह में तस्करी का अबतक दो टन गांजा पकड़ा है. इसकी कीमत भारतीय बाजार में दो करोड़ व अंतरराष्ट्रीय बाजार में बीस करोड़ बतायी गयी है. डीआरआइ ने गांजा के साथ एक टैंकर व ट्रक को भी जब्त किया है. गांजा तस्करी में अबतक छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
सीतामढ़ी के पत्रकार अजय िवद्रोही की गोली मार हत्या
सीतामढ़ी. िसटीजन फोरम के अध्यक्ष अजय िवद्रोही की हत्या कर दी गयी है. मंगलवार देर रात उन्हें शहर के िसनेमा रोड िस्थत वसुसरी चौक के पास गोली मारी गयी. चौक के पास ही उनका घर है.
बताते हैं िक दो हमलावर पैदल आये थे और उन्होंने िवद्रोही की पीठ में गोली मारी और पैदल ही मौके से फरार हो गये. हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है. मौके पर पहुंची पुिलस को लोगों ने खदेड़ िदया और नारेबाजी करने लगे. शव को स्थानीय लोग सदर अस्पताल ले गये. िवद्रोही ने मंगलवार को ही अपने मोहल्ले में िबजली की समस्या को लेकर बैठक की थी.
जानकारी के मुतािबक अजय िवद्रोही लगभग 50 साल के थे, वो पत्रकािरता में भी सक्रिय रहे. िवभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में काम िकया.िपछले कुछ वषों से सामािजक कार्यों में िहस्सा लेते थे. वो शहर में होने वाले प्रमुख आयोजनों में न केवल शािमल होते थे बल्कि उसके काम का िजम्मा भी संभालते थे.
वो सामािजक कार्यकर्ता के तौर पर शहर में लोकप्रिय थे. इस बात का पता नहीं चला िक मंगलवार को रात में कहां से आ रहे थे, लेिकन जब उन्हें गोली मारी गयी तो आवाज सुनकर लोग दौड़े. मौके पर िवद्रोही िगरे पड़े थे. जब लोगों ने देखा तो उनकी मौत हो चुकी थी. सूचना पुिलस को दे दी गयी थी, लेिकन खबर िलखे जाने तक मौके पर पुिलस नहीं पहुंची थी.