बगहा : नक्सली घटनाओं को अंजाम देकर पिछले 17 वर्षो से फरार चल रहे एक आरोपित को पुलिस ने मंगलवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया. उसकी गिरफ्तारी बिहार यूपी के बॉर्डर से हुई. बिहार से भाग कर वह यूपी में शरण लेने के लिए जा रहा था. इसी दौरान ठकराहां थाने के समीप तमकुही रोड से उसे पकड़ा गया. आरोपित की पहचान चिउटाहां थाने के भितहा गांव निवासी हरिकिशुन उरांव के रूप में हुई है.
एसपी शफीउल हक ने बताया कि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला है. इसी अभियान में नक्सली गिरोह के एक सदस्य हरिकिशुन उरांव को पकड़ा गया है. उन्होंने बताया कि चिउटाहां के थानाध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व में सुधीर कुमार पांडेय, धर्मेद्र कुमार, साहेब अली, नितेश राजहंस, श्रवण कुमार आदि जवानों ने छापेमारी कर हरिकिशुन उरांव को पकड़. उसके खिलाफ सेमरा थाने में अलग-अलग तीन कांड दर्ज हैं. एसपी ने बताया कि वर्ष 1998 में वाल्मीकिनगर के जंगल में नक्सली गिरोह के सदस्यों ने वन विभाग की छापेमारी टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की थी.
उस गिरोह के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. उस घटना में कुख्यात राजेंद्र उरांव के साथ हरि किशुन उरांव भी शामिल था. भितहां के एक किसान दीन साह का अपहरण इस गिरोह ने किया था. इस मामले में हरि किशुन उरांव को पुलिस खोज रही थी. पूछताछ के दौरान नक्सली हरि किशुन ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है. इसके आधार पर जिले के चार थानों की पुलिस संयुक्त रूप से छापेमारी कर रही है. संभावना है कि शीघ्र हीं नक्सली गिरोह के अन्य फरारियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.