मोतिहारी : पुलिस की लापरवाही के कारण अपराधियों को सजा नहीं मिल रही. कुख्यात अपराधियों पर स्पीडी ट्रायल शुरू करवाने के लिए थानाध्यक्षों से गंभीर कांडों से संबंधित रिपोर्ट मांगी गयी थी, लेकिन थानाध्यक्षों ने अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी है. एसपी जितेंद्र राणा ने थानाध्यक्षों की लापरवाही को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने तीन दिनों आर्म्स एक्ट, फिरौती के लिए अपहरण, मानव व्यापार, रंगदारी, गंभीर हत्या, एससी/एसटी एक्ट व तेजाब कांड व दुष्कर्म जैसी घटनाओं से संबंधित कांड का पूरा डिटेल मांगा है.
उन्होंने कहा है कि गंभीर अपराध से संबंधित वैसे कांड, जिसमें साक्ष्य सुदृढ़ हो, उसका थाना कांड संख्या, किस धारा व किस तारीख को प्राथमिकी दर्ज हुई है तथा आरोप पत्र संख्या, कौन सी धारा व तारीख में आरोप पत्र समर्पित हुआ है का पूरा डिटेल तीन दिनों के अंदर तलब किया है, ताकि गंभीर कांडों के आरोपितों को स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलाकर अपराधियों के अंदर कानून का खौफ फिर से पैदा किया जा सके.
रिपोर्ट भेजने में विलंब करने वाले थानाध्यक्षों पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है. यहां बताते चले कि स्पीडी ट्रायल की रफ्तार में काफी कमी आयी है. इसके कारण अपराधियों में कानून का खौफ समाप्त हो चुका है. पहले स्पीडी ट्रायल की रफ्तार काफी तेज थी. कई कुख्यात अपराधियों को स्पीडी ट्रायल के तरह सजा भी हुई, जिसके कारण अपराध काफी हद तक रूका था.