चौकसी. न्यायिक अधिकारियों के साथ डीएसपी ने सुरक्षा पर किया विचार
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सुरक्षा को ले कोर्ट की होगी किलाबंदी
चौकसी. न्यायिक अधिकारियों के साथ डीएसपी ने सुरक्षा पर किया विचार एक सप्ताह के अंदर मुजफ्फरपुर व छपरा कोर्ट परिसर में हुई आपराधिक वारदात के बाद मोतिहारी कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाने की कवायद तेज हो गयी है. इसको लेकर सदर डीएसपी ने न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा के बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया. मोतिहारी […]
एक सप्ताह के अंदर मुजफ्फरपुर व छपरा कोर्ट परिसर में हुई आपराधिक वारदात के बाद मोतिहारी कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाने की कवायद तेज हो गयी है. इसको लेकर सदर डीएसपी ने न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा के बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया.
मोतिहारी : न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होगी. परिसर के सभी पांचों इंट्री प्वाइंट पर सुरक्षाकर्मियों का पहरा रहेगा. महिलाओं की जांच-पड़ताल के लिए महिला सुरक्षाकर्मियों की प्रतिनुक्ति की जायेगी. हर आने जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जायेगील. यह निर्णय मंगलवार को सदर डीएसपी पंकज कुमार रावत ने न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद लिया. उन्होंने वकालतखाना से लेकर कोर्ट परिसर के चप्पे-चप्पे का मुआयना किया.
वहीं, प्रभारी जिला जज दयालाल प्रसाद, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी उमाकांत यादव सहित विधिक संघ के अध्यक्ष शेषनारायण कुंवर व सचिव शंभु शरण सिंह के साथ बैठक कर सुरक्षा के बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया.
सदर डीएसपी ने कहा कि फिलहाल सुरक्षा में जितने जवान तैनात हैं, जो न्यायालय परिसर के भैगोलिक बनावट के हिसाब से काफी कम है. न्यायालय परिसर में दाखिला के लिए पांच इंट्री प्वाइंट हैं. सबसे अधिक संवेदनशील इंट्री प्वाइंट निबंधन कार्यालय होकर परिसर में आने वाला गेट है. उस तरफ सुरक्षाकर्मियों को ध्यान नहीं रहता.
सिर्फ मुख्य गेट के पास ही मेटल डिटेक्टर से जांच होती है. उन्होंने कहा पांचों इंट्री प्वाइंट पर सुरक्षाकर्मियों को मेटल डिटेक्टर के साथ तैनात किया जायेगा. एक-दो रोज में न्यायालय परिसर की सुरक्षा चौकस कर दी जायेगी. डीएसपी के साथ मेजर मनोज कुमार, नगर के प्रभारी थानाध्यक्ष संजीव कुमार, छतौनी इंस्पेक्टर विजय यादव, नाका चार के प्रभारी धीरज कुमार सहित अन्य मौजूद थे. यहां बताते चलें कि एक सप्ताह के अंदर मुजफ्फरपुर व छपरा न्यायालय परिसर में गोलीबारी व बम विस्फोट की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन काफी संवेदनशील है.
दिखी लापरवाही तो कहा प्रदर्शनी देखने आये हो: न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे डीएसपी पंकज कुमार रावत ने प्रतिनियुक्त जवानों को ड्यूटी में शिथिल देखा. उन्होंने जवानों को फटकार लगायी. कहा कि यहां ड्यूटी कर रहे हो या प्रदर्शनी देखने आये हो. डीएसपी ने जवानों को हिदायत दी. कहा कि इसके बाद अगर लापरवाही पकड़ी गयी तो सीधे कार्रवाई होगी. अपनी आदत में सुधार करो. छह बजे सुबह से ड्यूटी पर तैनात रहना है.
न्यायालय परिसर के मुख्य द्वार पर नहीं है सीसीटीवी कैमरा
न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए भले ही प्रशासन दावा कर रही है, लेकिन जवानों की तैनाती के अलावे सुरक्षा के लिहाज से न्यायालय के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के विषय पर अधिकारियों ने विचार विमर्श के दौरान कोई चर्चा नहीं की, जबकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य है. वहीं, जिला विधिक संघ के अध्यक्ष शेषनारायण कुंवर ने कहा कि मुख्य द्वार के पास सीसीटीवी कैमरा लगना बहुत जरूरी है. उन्होंने प्रशासन से सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांगी की, ताकि कोर्ट कैंपस में आने-जाने वालों सभी लोगों का रिकॉर्ड कैमरा में कैद रहे.
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