ब्रह्मपुर : फाल्गुनी पशु मेले की नीलामी को लेकर अंचल कार्यालय में नीलामी के लिए पदाधिकारियों द्वारा शनिवार को मुकम्मल व्यवस्था की गयी थी. शनिवार की तिथि पर भी मेले की नीलामी के लिए कोई बोली लगानेवाला नहीं पहुंचा. मेले की नीलामी के लिए दोपहर 2:00 बजे से 5:00 बजे शाम तक उप विकास आयुक्त मोबिन अली अंसारी,
डीसीएलआर अजीत कुमार, सीओ श्री भगवान सिंह, सीओ शिव भगवान सिंह, पंचायत की मुखिया श्वेता देवी बोली लगानेवाले की राह देखते रहे. बार-बार अधिकारियों द्वारा माइक में घोषणा की जाती रही, लेकिन जमानत की राशि छह लाख 25 हजार की घोषणा सुनते हैं. किसी की हिम्मत जमानत राशि जमा करने की नहीं हुई. करण कि पशु मेले में ब्रह्मपुर उच्च विद्यालय के मैदान तक सीमित होकर रह गया है, जो मेला मालिकों के लिए फायदे का सौदा नहीं रहा.
यहां घोड़े के अतिरिक्त कोई भी पशु अब नहीं पहुंचते. घोड़ा पालनेवाले लोगों की कमी के कारण सौ एकड़ में लगनेवाला मेला अब दस एकड़ तक सिमट कर रह गया है. मेले की नीलामी फायदे का व्यवसाय न होकर मूंछ की लड़ाई हो गयी है. हाल के दिनों में इसी मूंछ की लड़ाई में मेले की नीलामी 25 लाख तक चली गयी थी. उप विकास आयुक्त मोबिन अली अंसारी ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी महोदय से मार्गदर्शन के बाद कोई निर्णय होगा. इस बीच ब्रह्मपुर पंचायत की मुखिया श्वेता देवी ने आवेदन देकर मेले के हित में पंचायत के विकास के लिए मेले में वसूली का अधिकार पंचायत को देने की मांग की.