बक्सर : जिले के अभ्यर्थियों में बीएसएससी के प्रति काफी आक्रोश दिख रहा है. राज्य के पटना, औरंगाबाद और नावादा में पेपर लीक की सूचना पर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. इस मामले में सोमवार को भारत का छात्र संगठन (एसएफआइ) ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष और सचिव को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग उठायी है. संगठन के संयोजक राजेश कुमार शर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि जिस तरह परीक्षा के ठीक पहले व्हाट्सएप पर प्रश्न पत्र आये हैं और सेटरों की गिरफ्तारी हुई है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि प्रश्न पत्र लीक हुआ है. ऐसे में मीडिया में आये लीक प्रश्न पत्र के आधार पर बीएसएससी की परीक्षा रद्द हो जानी चाहिए. परीक्षा की तैयारी करनेवाली छात्रा प्रियंका कुमारी ने कहा कि बीएसएससी की परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होना एक बड़ी घटना है. बावजूद इसके बीएसएससी के अध्यक्ष और सचिव पेपर लीक को आधारहीन मान रहे हैं.
जबकि इस मामले में सेटरों की गिरफ्तारी और लीक पेपर भी परीक्षा से पहले बाजार में आ गया था. इसकी पुष्टि भी मीडिया के द्वारा लगातार हो रही है. छात्र संगठन ने कहा है कि कर्मचारियों के मिलीभगत से ही परचा लीक की घटना हो रही है. ऐसे में परीक्षा रद्द के साथ इस मामले की जांच भी होनी चाहिए कि आखिर किनकी मिलीभगत से ऐसा हो रहा है. उल्लेखनीय है कि बीएसएससी की परीक्षा राज्य भर में चार चरणों में हो रही है. हालांकि बक्सर जिले में दो चरणों की परीक्षा अब तक शांति पूर्ण संपन्न हुई है. यहां किसी को कदाचार करते नहीं पकड़ा गया है. राज्य भर में अब तक दो चरणों की परीक्षा समाप्त हो चुकी है.