अब एसी चेंबर में बैठ काम करेंगे अधिवक्ता
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शराब के साथ गिरफ्तार आरोपित.
अब एसी चेंबर में बैठ काम करेंगे अधिवक्ता खुशी. एक करोड़ से बनेगा अधिवक्ता भवन हाइकोर्ट ने दी जमीन के लिए स्वीकृति, जल्द शुरू होगा निर्माण बंदरों से भी अब मिलेगी मुक्ति बक्सर : बक्सर कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए अच्छी खबर है. अधिवक्ताओं को जल्द ही वातानुकूलित चेंबर में बैठने और कार्य करने […]
खुशी. एक करोड़ से बनेगा अधिवक्ता भवन
हाइकोर्ट ने दी जमीन के लिए स्वीकृति, जल्द शुरू होगा निर्माण
बंदरों से भी अब मिलेगी मुक्ति
बक्सर : बक्सर कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए अच्छी खबर है. अधिवक्ताओं को जल्द ही वातानुकूलित चेंबर में बैठने और कार्य करने को मिलेगा. इसके लिए कोर्ट परिसर में तीन मंजिला भवन बनाने का निर्णय लिया गया है. भवन निर्माण के लिए हाइकार्ट ने भी स्वीकृति दे दी है. बतातें चले कि अधिवक्ताओं ने भवन के निर्माण के लिए हाइकोर्ट से जमीन की मांग की गयी थी. इस आलोक में संज्ञान लेते हुए हाइकोर्ट ने भवन निर्माण के लिए जमीन की स्वीकृति दे दी है.
हाइकोर्ट के इस फैसले से अधिवक्ताओं में खुशी है. फिलवक्त भवन का डीपीआर व नक्शा तैयार करके जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप कुमार मल्लिक के पास भेजा गया है. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा. कोर्ट सूत्रों के अनुसार कोर्ट के मुख्य भवन के सामने खाली पड़ी 2850 वर्ग फुट की खाली जमीन पर भवन का निर्माण कराया जायेगा.
भवन के ग्राउंड फ्लोर में अधिवक्ताओं के लिए मीटिंग हॉल बनाया जायेगा. भवन के पहली और दूसरी मंजिल पर अधिवक्ताओं को बैठने के लिए चेंबर के साथ-साथ टेबुल लगाने की भी व्यवस्था होगी, जहां अधिवक्ता और मुवक्किल बैठ कर वादों पर चर्चा करेंगे. तीनों मंजिलों पर वृहत शौचालय बनाया जायेगा, ताकि किसी को परेशानी न हो.
पूरा भवन होगा वातानुकूलित :
सूत्रों के अनुसार पूरा भवन वातामुकूलित बनाया जायेगा, ताकि किसी भी मौसम में अधिवक्ताओं और मुवक्किलों को परेशानी न हो. उल्लेखनीय है कि सु्प्रीम कोर्ट के जज शिवकीर्ति सिंह के आगमन के अवसर पर मंच से अपने संबोधन में बिहार विधान पर्षद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने घोषणा करते हुए कहा था कि अधिवक्ताओं का भवन पूर्णत: वातानुकूलित किया जायेगा. इसके साथ ही भवन के 10 मीटर की दूरी पर जेनेरेटर रूम का निर्माण कराया जायेगा,
ताकि बिजली गुल होने की स्थिति में जेनेरेटर का इस्तेमाल किया जा सकेगा. वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए भवन के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के मसले चर्चा की जा रही है.
बंदरों के आतंक से मिलेगी मुक्ति : कोर्ट में बंदरों का आतंक से लोग परेशान हैं. कई बार कोर्ट परिसर में बंदर जरूरी फाइलों व सामान का क्षति पहुंचाते हैं. भवन को पूरी तरह से बंदारों से सुरक्षा के मद्देनजर बनाया जायेगा. उल्लेखनीय है कि बंदरों के उत्पात के कारण ही सुरक्षा के लिए कोर्ट के मुख्य द्वार पर लगाया गया सीसीटीवी कैमरा टूट चुका है.
नोटरी अनिल कुमार पाठक का पंजी ले कर फरार हो गया था. काफी मुश्किलों के बाद पंजी मिल सकी. पिछले साल जुलाई को कोर्ट कैंपस में अधिवक्ता सुधाकर पांडेय का पूरा कान काट कर अलग कर दिया था. अधिवक्ता के कान काटने के बाद हाइकोर्ट के निर्देश पर वन विभाग ने कोर्ट से कुछ दबंग बंदरों को पकड़ कर पटना जू हाउस में ले गये. इसके बाद बंदरों का उत्पात थोड़ा कम हुआ, लेकिन पुन: बंदरों का उत्पात भयावह स्थिति में पहुंचने लगा है.
अधिवक्ता भवन एक नजर :
2850 वर्ग फुट में भवन का निर्माण
तीन मंजिला होगा भवन
एक करोड़ की राशि होगी खर्च
पूरा भवन होगा वातानुकूलित
ग्राउंड फ्लोर में बनेगा मीटिंग हॉल
ऊपरी दो मंजिल पर बनेगा अधिवक्ताओं का चेंबर
मुवक्किलों के लिए लगेंगे टेबुल
सूबे में पहली पर बनेगा अधिवक्ताओं का भवन :
सूबे में पहली बार अधिवक्ताओं के लिए भवन बनने जा रहा है. इस प्रकार अधिवक्ता भवन अब तक कहीं नहीं बना है. उक्त भवन पूरी तरह वातानुकूलित होगा.
भवन निर्माण के लिए बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह 50 लाख रुपये का चंदा देंगे. वहीं, पूर्व सांसद जगता सिंह ने भी अधिवक्ता संघ को चंदा दिया था. निर्माण के लिए सांसद व विधायकों से भी संपर्क किया जायेगा. राशि कम पड़ेगी, तो अन्य राजनीतिक दलों से संपर्क किया जायेगा.
गणेश ठाकुर, महासचिव, अधिवक्ता संघ, बक्सर
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