नावानगर : गुरुवार की सुबह नवोदय विद्यालय के छात्र विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्था के खिलाफ मोरचा खोल दिये और हंगामा करते हुए शिक्षकों के साथ उलझ गये, जिसमें शिक्षिका मीना िसंह व शिक्षक संतोष िसंह जख्मी हो गये़ हंगामा के कारण विद्यालय परिसर में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. वहीं, सीनियर छात्र भी अपने […]
नावानगर : गुरुवार की सुबह नवोदय विद्यालय के छात्र विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्था के खिलाफ मोरचा खोल दिये और हंगामा करते हुए शिक्षकों के साथ उलझ गये, जिसमें शिक्षिका मीना िसंह व शिक्षक संतोष िसंह जख्मी हो गये़ हंगामा के कारण विद्यालय परिसर में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. वहीं, सीनियर छात्र भी अपने सहपाठी छात्रों के समर्थन में उतर आये. इस दौरान छात्रों ने जम कर विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की.
छात्रों का कहना था कि विद्यालय में पढ़ाई ठीक से नहीं हो रही है. यही नहीं खाना भी जो उन्हें दिया जा रहा है, उसमें किसी मानक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. शिक्षकों से इसकी शिकायत करने पर उल्टे छात्रों को भी डांटते हैं. शिकायत करने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी, जिससे बाध्य होकर छात्रों को विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ मोरचा खोलना पड़ा. छात्र डीसी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे. छात्रों का कहना था कि जब तक डीसी नहीं आयेंगे, तब तक प्रशासनिक भवन का ताला नहीं खोला जायेगा.
जानिए क्या है पूरा मामला? और क्यों भड़के छात्र : विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि 11वीं का छात्र अतीत कुमार दो दिनों की छुट्टी लेकर अपने अभिभावक के साथ गांव गया हुआ था. दो दिन बाद छात्र जब अकेले आया, तो हाउस इंचार्ज ने अभिभावक के साथ आने की बात कही, जिसके बाद छात्रों ने बच्चों को अपने पक्ष में गोलबंद करते हुए गुरुवार को विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ मोरचा खोल दिया. प्राचार्य ने बताया कि जो बच्चे अभिभावक के साथ जाते हैं, उन्हें अभिभावक के साथ ही विद्यालय परिसर में आना होता है तभी इंट्री मिलती है.
डीसी को बुलाने तथा मामले की जांच पर अड़े छात्र : छात्र विद्यालय में डीसी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे. छात्रों ने बताया कि उनके द्वारा जो भी आरोप लगाया जा रहा है, उसकी जांच होनी चाहिए. डीसी के आने के बाद ही ताला खोला जायेगा. इधर प्राचार्य द्वारा छात्रों से वार्ता की जा रही थी. स्थिति को भयावह होते देख सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय थाने और बीडीओ को भी बुलाया था. छात्र देर शाम तक अपनी मांग पर अड़े थे और खाना तक नहीं खाये थे.