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खतरे के निशान से 0.02 मीटर ऊपर पहुंचा पानी
दहशत. प्रति घंटे 0.15 मीटर की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का पानी डीएम ने कहा, गहरे पानी में न उतरे लोग, बच्चों को रखें पानी दूर बक्सर : आखिरकार गंगा ने खतरे के निशान को पार कर लिया. जिले में गंगा नदी खतरे के निशान 0.02 मीटर ऊपर बह रही है. गंगा के बढ़ते […]
दहशत. प्रति घंटे 0.15 मीटर की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का पानी
डीएम ने कहा, गहरे पानी में न उतरे लोग, बच्चों को रखें पानी दूर
बक्सर : आखिरकार गंगा ने खतरे के निशान को पार कर लिया. जिले में गंगा नदी खतरे के निशान 0.02 मीटर ऊपर बह रही है. गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों की जान सांसत में आ गयी है. गंगा के तटीय इलाकों के नीचले स्तर के गांवों में पानी घुस गया है. दोपहर 3:00 बजे तक जल स्तर 60.34 मीटर दर्ज किया गया. जल स्तर में प्रति घंटे 0.15 मीटर की रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. जल स्तर के खतरे के निशान को पार करने पर डीएम ने सदर प्रखंड समेत बाढ़ग्रस्त इलाकों में गंगा नदी के तटवर्तीय इलाकों का मुआयना किया. डीएम के साथ एसडीओ गौतम कुमार एवं सदर बीडीओ मनोज कुमार ने भी जायजा लिया. डीएम ने हाइ अलर्ट जारी करने के साथ आपदा प्रबंधन विभाग समेत सभी विभागों को अपने स्तर से राहत कार्य में लगने का निर्देश जारी किया है.
15 गांवों का टूटा संपर्क : गंगा के पानी में बढ़ोतरी होने के कारण कई गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से टूट गया है. विभागीय सूत्रों के अनुसार बक्सर प्रखंड के गोविंदपुर एवं करहसी, चक्की के बनारपुर समेत लगभग 15 गांवों का संपर्क टूट गया है. प्रत्येक गांवों में आवागमन एवं राहत कार्य के लिये एक-एक नावों की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा प्रत्येक पंचायत में एक-एक चिकित्सक एवं पशु चिकित्सक की टीम को प्रतिदिन दौरा करने का निर्देश दिया गया है. राहत कार्य के लिये सीएस डॉ बीके सिंह को एक राहत दल को 24 घंटे तैयार रहने का निर्देश दिया गया है.
प्रशासन का दावा, बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मिलेगी सहायता :
सदर एसडीओ गौतम कुमार ने कहा कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए हाइ अलर्ट जारी किया गया है. प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के लिये शरणस्थलों को चयनित कर लोगों को वहां पहुंचाया जायेगा व उनको हर संभव सहायता दी जायेगी. प्रभावित इलाकों में लोगों के लिये खाने-पीने के साथ-साथ दवाओं एवं अन्य जरूरत के सामान को उपलब्ध कराया जायेगा.
बाढ़ग्रस्त इलाकों में अधिकारियों को लगातार भ्रमण करने का निर्देश जारी किया गया है. इसके साथ ही जिला स्तर पर एक नियंत्रण कक्ष कार्यरत है. इसकी दूरभाष संख्या 06183-223333 है. अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है.
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