लापरवाही. जिले में होती रही हैं लगातार घटनाएं,खेतों में हमेशा लगती है आग
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मौत को दावत दे रहे हाइटेंशन तार
लापरवाही. जिले में होती रही हैं लगातार घटनाएं,खेतों में हमेशा लगती है आग इटाढ़ी में खेत में काम करनेवाली महिला के शरीर पर गिर गया था तार जानलेवा बना बिजली का हाइटेंशन तार डुमरांव. शहर की सड़कों के किनारे से गुजरे बिजली के 11 हजार वोल्ट के तार जानलेवा बन गये हैं. इन तारों के […]
इटाढ़ी में खेत में काम करनेवाली महिला के शरीर पर गिर गया था तार
जानलेवा बना बिजली का हाइटेंशन तार
डुमरांव. शहर की सड़कों के किनारे से गुजरे बिजली के 11 हजार वोल्ट के तार जानलेवा बन गये हैं. इन तारों के काफी नजदीक पर खड़े दोमंजिला व चार मंजिला मकानों में रहनेवाले लोग कभी भी हादसे का शिकार बन सकते हैं. नगर के पुराना भोजपुर चौक नया थाना, स्टेशन रोड, हरि जी के हाता के करीब तीन दर्जन से अधिक सटे मकानों पर आये दिन खतरा मंडरा रहा है.
मकान मालिक सुरेश यादव, भिखारी लाल, महेश प्रसाद, विनोद सिंह, कलावती देवी कहते हैं कि मकान के बाहरी हिस्से में जाने से पहले सावधानी बरतनी पड़ती है. खासकर बच्चों को हिदायत दी जाती है कि महज तीन फुट की दूरी पर झूलते जानलेवा तारों से दूर रहे हैं.
बक्सर : आमतौर पर 11 हजार वोल्ट के तार घरेलू और आवासीय परिसर से दूर होते हैं, मगर स्थान के अभाव में 11 हजार वोल्ट के तार की ऊंचाइयों के साथ रिहायशी इलाकों से भी ले जाया जाता है. 11 हजार वोल्ट से अधिक वोल्ट के तार पावर ट्रांसफॉर्मर अथवा सब स्टेशनों से गुजरते हैं.
सामान्य स्थिति में खेतों के बीच ऊंचाइयों के साथ उस तार को गुजारा जाता है, ताकि हादसे न हो.वर्षों पहले खेत रहे जमीनों पर हाल के दिनों में मकान बन जाने से उन क्षेत्रों के लोगों की जान सांसत में रहती है. बिजली विभाग के अधिकारियों से न अनुमति ली जाती है और न ही तार की शक्ति को देखते हुए उससे दूरी ही बनायी जाती है, जिससे आये दिन हादसे हो जाते हैं. शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली के तार टूटने से हादसे होते रहते हैं.वर्षों पुराने जर्जर तार होने के कारण तार के टूटने की आशंकाएं बराबर बनी रहती है.
कबाड़ी की दुकान के ऊपर से गुजरा है तार : कोइरपुरवा मुहल्ले में एक कबाड़ी दुकान के पास से 11 हजार वोल्ट का तार न सिर्फ गुजरा है, बल्कि वहीं पर ट्रांसफॉर्मर भी लगा है. कबाड़ी दुकान की छत और 11 हजार वोल्ट के तार की दूरी महज 8 फुट की रह गयी है. यहां पर बिजली के इतने सारे तार घरेलू कनेक्शन के हैं, जो आये दिन खराब होते रहते हैं. कनेक्शन को दुरुस्त कराने की बजाय स्थानीय लोग हुक लगा कर न सिर्फ बिजली ले लेते हैं, बल्कि खराब होने पर खुद भी बना लेने की कोशिश करते हैं, जिससे हादसे की आशंका भी बनी रहती है.
कम पैसे में जमीन खरीद लोगों ने हाइटेंशन तार के नीचे बना लिये हैं मकान : बिजली के तार जिन खेतों के ऊपर से गुजरते हैं, उन खेतों की कीमत कम हो जाती है और सस्ते में जमीन मिल जाती है. कम पैसे की लालच में बहुतेरे लोग ऐसे जमीन को तलाश कर जमीन खरीद लिये हैं और मकान बना लिये हैं. लेकिन, बिजली विभाग के तार को फिर से इधर-उधर करना मुमकिन नहीं होता, जिसके कारण जीवन भर की परेशानियां ऐसे लोगों को झेलनी पड़ती है.
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