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पहली बार पंचायत चुनाव में वोट करेंगे दो गांवों के ग्रामीण
वर्ष, 2015 में महरौरा व अकालुपुर को जोड़ा गया पंचायतों से 23 सौ 52 वोटर इससे पहले सिर्फ लोकसभा व विधानसभा चुनाव में करते थे मतदान नगर पर्षद क्षेत्र के पूर्वी व पश्चिमी छोर पर बसे महरौरा व अकालुपुर गांव को सौ वर्ष बाद कुशलपुर व छतनवार पंचायतों से जोड़ा गया है. पहली बार इन […]
वर्ष, 2015 में महरौरा व अकालुपुर को जोड़ा गया पंचायतों से
23 सौ 52 वोटर इससे पहले सिर्फ लोकसभा व विधानसभा चुनाव में करते थे मतदान
नगर पर्षद क्षेत्र के पूर्वी व पश्चिमी छोर पर बसे महरौरा व अकालुपुर गांव को सौ वर्ष बाद कुशलपुर व छतनवार पंचायतों से जोड़ा गया है. पहली बार इन गांवों के वोटरों को गांव की तसवीर बदलने के लिए वोट करने का मौका मिला है़ गांवों में नयी विकास की रोशनी के लिए यहां के मतदाता मुखिया, सरपंच, जिला पार्षद से लेकर बीडीसी व वार्ड सदस्यों के चुनाव में इस बार अहम रोल अदा करने के लिए उत्साहित हैं
डुमरांव :प्रखंड की कुशलपुर पंचायत में महरौरा गांव व छतनवार पंचायत से अकालुपुर को 10 जनवरी, 2016 को राज्य सरकार ने गजट पारित कर यहां के वोटरों को गांव की सरकार द्वारा तसवीर बदलने का भरोसा दिया़ आजादी के बाद भी यहां गरीबी का अंधियारा छाया हुआ है़ सबसे बड़ी बात है कि पंचायत स्तर पर सरकार की ढेरों योजनाएं चलीं, लेकिन इन गांवों में विकास की रोशनी बिखेरने में पंचायत व नप प्रशासन पल्ला झाड़ता रहा़ कारण था कि ये दोनों गांव न तो पंचायत में थे न ही नगर पर्षद में. यहां थोड़ी सी जो विकास की रोशनी दिखी, वह केवल सांसद व विधायकों के भरोसे.
योजनाओं से महरूम : महरौरा व अकालुपुर के ग्रामीणों को नप या पंचायतों से नहीं जुड़े रहने के कारण सरकार की कई योजनाओं से महरूम होना पड़ा़ ग्रामीणों ने विकास को लेकर आंदोलन भी चलाया़ इन गांवों के गरीबों को इंदिरा आवास व प्राकृतिक आपदा जैसे लाभों से भी बंचित होना पड़ा. हालांकि ग्रामीण योजनाओं को लेकर गांववासी अधिकारियों के यहां फरियाद भी लगाते रहे, लेकिन स्थानीय जनप्र्रतिनिधियों के अभाव में फाइलें बंद होती रही़ं
क्या कहते हैं ग्रामीण
महरौरा गांव के बुजुर्ग मदन राय, रामजस राय, शिवलाल राम, महेंद्र राम, रामबचन राम आदि कहते हैं कि आजादी के 68 वर्ष बाद इस गांव को अपना हक मिला है़ उत्साहित ग्रामीण कहते हैं कि पहली बार पंचायत की सरकार चुनने का मौका मिला है़ गांव के विकास को लेकर यहां के मतदाता मतदान में शिरकत करेंगे.
अब बढ़ जायेगा अकालुपुर
अकालुपुर गांव को पहली बार पंचायत से जुड़ने पर वोटरों में खुशी है़ बुजुर्ग राम बचन यादव, शिवमंगल, विनोद सिंह, अलगु यादव एवं रामावती देवी कहते हैं कि अपने हक की लड़ाई के लिए हर चौखट पर गुहार लगायी है, लेकिन यहां के ग्रामीणों की हकमारी होती रही़ पहली बार गांव के लोग पंचायत की सरकार चुनेंगे और गांव में विकास की रोशनी बिखेरेंगे.
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