बक्सर : प्रदेश में शराबबंदी को लेकर राजनीतिक दलों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों और सामान्य जन के बीच अच्छी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. लोगों का कहना है कि शराबबंदी से सरकार को राजस्व में घाटा चाहे जो हो, मगर समाज के निचले तबके के परिवारों को काफी राहत मिलेगी. जो मेहनत मजदूरी करके दिन भर का कमाया पैसा शराब में उड़ा देते हैं.
ऐसे लोगों के परिवार निश्चित तौर पर शराबबंदी से खुशहाल होगा. जिला जदयू आदिवासी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रभु कुमार गोंड ने शराबबंदी के फैसले को सरकार का ऐतिहासिक और साहसिक कदम बताया और कहा कि इसकी बंदी के बाद विकास के रास्ते खुलेंगे और इसका दूरगामी परिणाम निकलेगा, जिससे राज्य के गरीबों, वंचितों, दलितों, शोषितों और आदिवासियों को राहत मिलेगी.