बक्सर : राष्ट्रीय गरिमा अभियान के माध्यम से मैला ढोने की प्रथा में लगे और उससे मुक्त हुए लोगों के साथ दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 22 एवं 23 नवंबर को आयोजित किया जायेगा.
यह जानकारी देते हुए अभियान के संयोजक अनिल धौलपुरिया ने बताया कि वर्षों से चली आ रही इस प्रथा के विरोध के बावजूद अब भी पूरी तरह यह ग्रामीण क्षेत्रों में समाप्त नहीं हो पाया है, जिसके कारण आज भी यह प्रथा जागरूकता के अभाव में पिछड़े व ग्रामीण क्षेत्रों में जारी है.