बक्सर : सदर प्रखंड के दलसागर स्थित शिव मंदिर के परिसर में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान पं.मुन्ना बाबा के नेतृत्व में चल रहा है. कथा के दौरान बुधवार को व्यास पीठासीन स्वामी भारत भूषण जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत पुराण मानव को जीवन जीने और धर्म का निर्वहन करने की कला सिखाती है.
उन्होंने पुराण की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी धार्मिकों का आश्रय वेद है. गुरु में वेद का विद्या होना चाहिए, ताकि आचरण सही दिशा में जाये.भगवान का अवतार जगत के कल्याण के लिए होता है और जब-जब धरातल पर अत्याचारियों का प्रभाव बढ़ा है, तब-तब भगवान विभिन्न रूपों में अवतरित होकर जगत का कल्याण किये हैं. गुरु ज्ञानी हों और ब्रह्मनिष्ठ को जाननेवाला हो, ऐसे ही गुरु की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि समाज संस्कार के बिना बिगड़ता जा रहा है. उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों एवं बुराइयों को रोकने के लिए युवाओं को आगाह किया. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुननेवाला श्रद्धालु व भक्त आनंदमय होता है, जो भौतिक संसाधनों से नहीं मिल सकता है.
भगवान के लिए सभी लोग समान होते हैं और आवश्यकता इस बात की है कि भगवान को सच्चे मन से श्रद्धा और भक्ति के साथ याद करें. उन्होंने कहा कि सभी विद्याओं में आध्यात्मिक विद्या सर्वश्रेष्ठ है.