केसठ : प्रखंड के धेनुआडीह गांव के ग्रामीण बिजली के अभाव में अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. गांव में आजादी के छह दशक बीतने के बाद भी बिजली नहीं पहुंची है, जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. गांव के आसपास के गांवों में बिजली पहुंच गयी है. प्रखंड से महज दो किलोमीटर पूर्व दिशा में स्थित यह गांव शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है.
सरकार द्वारा गांवों में बिजली पहुंचाने की योजना इस गांव में आकर दम तोड़ दे रही है. ग्रामीणों का कहना है कि विगत माह राजीव गांधी विद्युत योजना के तहत सर्वे किया गया था, लेकिन आज तक बिजली पहुंचाने की पहल नहीं हुई. ग्रामीणों का गुस्सा चुनाव के समय आनेवाले नेताओं पर भी दिखेगा, जो बिजली पहुंचाने का वादा कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं. बिजली नहीं होने के कारण किसानों का कृषि कार्य व छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है.
क्या कहते हैं विधायक
डुमरांव के विधायक दाऊद अली ने कहा कि बिजली का न होना शर्मनाक है और वह लगातार ऐसे गांवों को चकाचौंध करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में वहां बिजली पहुंचाने के लिए आवश्यक पहल की जायेगी. जरूरत पड़ेगा, तो विधानसभा तक में इसके लिए आवाज उठाया जायेगा.