बक्सर : डुमरांव के ग्रामीण कार्य विकास विभाग के कार्यालय में हुई घटना का तार बक्सर के सेंट्रल जेल से जुड़ा हुआ था. जेल के नेटवर्क से जुड़े अपराधियों ने आसानी से ठेका और रंगदारी वसूलने की नीयत से घटना को अंजाम दिया था. यह बात घटना में शामिल अपराधी गोलू तिवारी की गिरफ्तारी से हुआ है.
डुमरांव स्थित ग्रामीण कार्य विकास विभाग कार्यालय में घटना को अंजाम देने के लिए जेल में बंद अपराधी पिछले डेढ़ माह से साजिश रच रहे थे. घटना में शामिल मात्र तीन अपराधियों ने महज पांच मिनट के भीतर ही घटना को अंजाम देकर भाग निकले. अपराधियों का एक साथी सुबह से ही कार्यपालक अभियंता चंद्र किशोर साहा के आने के इंतजार में कार्यालय के पास जमा हुआ था. पुलिस का कहना है कि धमकी मिलने के बाद कार्यपालक अभियंता का कार्यालय पहुंचने का समय निर्धारित नहीं था. इसी वजह से एक अपराधी उनके आने की टोह में लगा हुआ था.
* सिगनल मिलते ही आ धमके अपराधी
शुक्रवार की दोपहर कार्यालय में 14 कर्मियों सहित लगभग 30 की संख्या में लोग मौजूद थे. कार्यपालक अभियंता चंद्र किशोर साहा अपने कक्ष में काम करने में मशगूल थे. इधर, कार्यालय के समीप खड़े लाइनर का सिगनल मिलते ही दो अपराधी बाइक पर सवार होकर कार्यालय पहुंचे और कार्यपालक अभियंता के कक्ष में घुस गये. कक्ष में घुसते ही अपराधी ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगते ही कार्यपालक अभियंता अपनी कुरसी पर निढाल पड़ गये.
* कार्यालय के बाहर बैठा था बॉडीगार्ड
एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन ने बताया कि घटना के समय बॉडीगार्ड साजिद अहमद कार्यालय के बाहर बैठा हुआ था. गोली चलते ही उसने अपनी सर्विस रिवाल्वर से दो फायर की. दोनों फायर बेकार गये. पहली गोली गमले को बेंधते हुए निकल गयी, दूसरी गोली दीवार में लग गयी. अपराधी के चैंबर से निकलते ही गार्ड और बाहर बैठा दयानंद पांडेय लेखापाल के कार्यालय की ओर भागे. अपराधियों ने कमरे में गोलीबारी की और संयोग वश गोली दयानंद पांडेय को लग गयी. घटनास्थल पर ही दयानंद ने दम तोड़ दिया.
* रात भर छापामारी के बाद मिले सुराग
पुलिस ने पूरी रात बक्सर सदर के गांवों में अपराधियों के ठिकाने पर छापामारी की. इस छापामारी में पुलिस को घटना में शामिल गोलू तिवारी हत्थे चढ़ गया. गोलू तिवारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जासो गांव का रहने वाला है. एसपी ने बताया कि इसके नेटवर्क जेल से जुड़े हैं. घटना में शामिल दो अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस बल को लगाया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में एक सरपंच सहित दो अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी थी. बाद में सभी को पीआर पर छोड़ दिया गया.
* बॉडीगार्ड ने की गोलू की पहचान
कार्यपालक अभियंता के बॉडीगार्ड साजिद अहमद ने गोलू तिवारी को उस अपराधी के रूप में पहचान की, जो कार्यपालक अभियंता के चैंबर में घुस कर गोली दागी थी. एसपी ने बताया कि गार्ड ने उसकी पहचान की, लेकिन गिरफ्तार गोलू का कहना था कि घटना के वक्त वह बाइक चला रहा था. पुलिस इसके फरार दो अन्य साथी की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है. उन्होंने बताया कि घटना का पूरी तरह खुलासा हो चुका है और अपराधियों की पहचान कर ली गयी है.