बक्सर : बक्सर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. 50 लाख की फिरौती के लिए शशांक का अपहरण किया गया था. पैसे के लिए शशांक के ममेरे भाई और चचेरी मौसी ने अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी. अपराधियों ने हत्या कर यूपी के गाजीपुर में शव को फेंक दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में पहले भी दो आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनसे पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा कर लिया गया. इस मामले में अभी दो अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
बहुत जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. ये उक्त बातें एसपी राकेश कुमार ने एसपी कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कहीं. उन्होंने बताया कि शशांक की मौसी सरोजा देवी ने अपने भतीजे करुणानिधि राय से मिलकर अपनी बहन रेणु के बेटे शंशाक का अपहरण कर 50 लाख रुपये को लेकर अपहरण करने की योजना बनायी थी. जैसे ही 7 जून को रेणु देवी सिमरी की दुधीपट्टी पहुंची. उसके बाद से ही शशांक के अपहरण करनी की तैयारी की. आठ जून को सरोजा देवी ने शशांक को बहला-फुसलाकर उसे बाहर ले गयी. वहां पहले से घात लगाये करुणानिधि को सौंप दिया.
करुणानिधि राय ने बाइक पर बैठा कर उसे आगे ले गया और उसे स्कॉर्पियो से उसे मौसी प्रियंका देवी के घर बनारपुर ले गये. जहां एक दिन तक बच्चे को अपने पास रखा. वहीं इसी बीच पुलिस को पूरे मामले की जांच करनी शुरू की और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो पुलिस के डर से सभी ने उसे स्कॉर्पियो में बैठाकर गाजीपुर ले गये और सरोजा देवी के कहने पर उसकी चाकू से मारकर हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद शव को पुल से नीचे फेंक दिया, जिससे मृतक का हाथ-पैर टूट गया. वहीं घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित अपने घर लौट आये. पुलिस ने जब मामले की जांच करना शुरू की तो पुलिस को मौसी सरोजा देवी और करुणानिधि पर शक हुआ. पुलिस ने जब दोनों की खोजबीन शुरू की तो दोनों रांची भाग गये थे. पुलिस ने किसी तरह से दोनों को गिरफ्तार किया और पूछताछ की तो दोनों ने फिरौती के लिए हत्या करने की बात कबूली. इसके बाद पुलिस ने मंगलवार की रात मुफस्सिल थाना के बनारपुर से प्रियंका देवी और चुन्नी गांव से आनंद कुमार राय को गिरफ्तार किया. वहीं स्कॉर्पियो चालक समेत दो लोगों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है.