Bihar Flood Live Updates: पटना. बूढ़ी गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान, अधवारा, महानंदा और घाघरा नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं. मुरौल प्रंखड के महमदपुर कोठी के पास तिरहुत नहर का बांध पश्चिम दिशा में महमदपुर गांव के ओर सोमवार की अहले सुबह टूट गया, जिससे बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. तिरहुत नहर का बांध एक दिन पूर्व रविवार की सुबह पिलखी गांव की ओर पूर्व दिशा में दो स्थानों पर टूट गया था. बाढ़ से संबंधित हर एक अपडेट के लिए बने रहे हमारे साथ..
पटना : एनडीआरएफ की टीम ने मोतिहारी के बंजरिया प्रखंड में स्थित बाढ़ प्रभावित सिसवनिया गांव से एक सर्पदंश पीड़ित लड़का को रेस्क्यू कर सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचाने में मदद किया. कमाडेंट विजय सिन्हा ने कहा कि जिला प्रशासन पूर्वी चंपारण द्वारा तीन अगस्त को रात में मोतिहारी में तैनात एनडीआरएफ के टीम कमाडर बिरेन्द्र कुमार राठौड़ को बूढ़ी गंडक नदी बाढ़ प्रभावित गांव सिसवनिया में एक सर्पदंश पीड़ित के बारे में सूचना मिली.
टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सहायक उप निरीक्षक जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में दो मोटर बोटों की मदद से रात के अंधेरे में चार किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके सिसवनिया गांव पहुंची. एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने सर्पदंश पीड़ित 17 वर्षीय लड़का को सुरक्षित असपताल पहुंचाया. उन्होंने कहा कि अब तक बिहार राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रशासन के सहयोग से रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने ग्यारह हजार से अधिक बाढ़ आपदा में फंसे लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है.
पटना : जल संसाधन विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार गंडक की तेज धार से टूटे तटबंधों को बांधने का कार्य शुरू दिया गया है. तटबंधों की टूट को पहले दोनों साइड से भरा जाएगा, उसके बाद मुहाना को बांध कर पूरी तरह बंद किया जाएगा. फ्रंट बांध को ठीक करने के बाद सारण मुख्य तटबंध को बांधने का काम शुरू किया जाएगा.
समस्तीपुर . समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के हायाघाट रेल पुल संख्या 16 के पास एक बार फिर करेह के जलस्तर में इजाफा शुरू हो गया है. पांच दिनों तक जलस्तर स्थिर बना हुआ था. नदी के जलस्तर में सुबह से इजाफा देखा जा रहा है. समस्तीपुर रेल मंडल के निर्माण विभाग की मानें तो यहां नदी का जलस्तर 48.80 मीटर पर पहुंच गया था. 2004 में यहां नदी का जलस्तर 49.24 मीटर पर पहुंच गया था. फिलहाल इससे 44 सेंटीमीटर नीचे नदी बह रही है.
बिस्फी. प्रखंड क्षेत्र में घौस नदी के जलस्तर में रविवार की देर शाम से वृद्धि होने लगी है. जिससे कई ग्रामीण इलाकों में पानी प्रवेश कर गया. प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी और मध्य भाग का एक बड़ा इलाका अभी भी पानी से जलमग्न है. जो बाढ़ पीड़ित परिवारों की मुश्किलें बढ़ा दी है. प्रखंड क्षेत्र में 19 जुलाई से ही बाढ़ की स्थिति एवं जल जमाव बना हुआ है. बाढ़ से प्रभावित परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. प्रखंड प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए कोई राहत की व्यवस्था अब तक नहीं की गयी है.
समस्तीपुर. समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के हायाघाट रेल पुल संख्या 16 के पास करेह के जल स्तर बढ़ गया है. इसके कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर 11वें दिन भी ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा. 24 जुलाई से ही इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बंद है. इधर, थलवारा- किशनपुर रेलखंड पर चल रहे दोहरीकरण कार्य पर बाढ़ के पानी का असर नहीं हो, जिसके लिए निर्माण विभाग की ओर से दोहरीकरण कार्य की पैकिंग का काम कराया गया है.
मुरौल (मुजफ्फरपुर). मुरौल प्रंखड के महमदपुर कोठी के पास तिरहुत नहर का बांध पश्चिम दिशा में महमदपुर गांव के ओर सोमवार की अहले सुबह टूट गया, जिससे बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. तिरहुत नहर का बांध एक दिन पूर्व रविवार की सुबह पिलखी गांव की ओर पूर्व दिशा में दो स्थानों पर टूट गया था़ बाढ़ का पानी सड़क पर आ जाने से मुजफ्फरपुर-पुसा सड़क पर पूरी तरह से बाधित है. सकरा प्रखंड के 25 गांवों में बाढ़ का पानी फैलने से करोड़ों रुपये की खरीफ की फसल बर्बाद हो गयी है.
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी का जल स्तर खगड़िया जिले के बलतारा व कुरसेला में ऊपर थी. गंडक नदी का जल स्तर गोपालगंज के डुमरिया घाट व बूढ़ी गंडक लालबेगिया घाट, आहिरवालिया, सिकंदरपुर, समस्तीपुर, रोसड़ा व खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी़ बागमती ढेंग ब्रिज, रुन्नी सैदपुर, बेनीबाद और हायाघाट में खतरे के निशान से पार थी़ कमला बलान का जल स्तर जयनगर व झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर था. वहीं, बक्सर, पटना व मुंगेर में गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गयी़
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