एक हजार चापाकलों में सूख गये पांच सौ से ज्यादा
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30 मोहल्लों में मचा पानी के लिए हाहाकार
एक हजार चापाकलों में सूख गये पांच सौ से ज्यादा आरा : गहराते जल संकट की मार भोजपुर में भी पूरी तरह पांव पसार चुका है. गहराते जल संकट के बाद लोगों की चीख पुकार सड़कों पर सुनाई देने लगी है. 10 दिनों पहले तक शहर के शीतल टोला, जवाहर टोला की मुसहर टोली से […]
आरा : गहराते जल संकट की मार भोजपुर में भी पूरी तरह पांव पसार चुका है. गहराते जल संकट के बाद लोगों की चीख पुकार सड़कों पर सुनाई देने लगी है. 10 दिनों पहले तक शहर के शीतल टोला, जवाहर टोला की मुसहर टोली से निकली आवाज व लोगों की पीड़ा 30 मुहल्लों के लोगों के बीच फैल गयी़ एक- एक कर पांच लाख की आबादी अप्रैल माह की शुरुआत में ही प्रभावित हो गयी़. मुहल्ले के लोग त्राहिमाम करने लगे.
नवादा, मोतीटोला, शीतल टोला, जगदेवनगर का बाहरी भाग, ज्वाला फ्लैट, गोढना रोड, पकड़ी समेत कई मुहल्लों में जल संकट है. इधर सरकार द्वारा महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारने की कवायद चल रही है, लेकिन जमीनी हकीकत पर जो सच्चाई है, वह ठीक उलट है.
1000 चापाकल में से 500 से ज्यादा सूख गये
भीषण गरमी के कारण केवल आरा नगर निगम में लगाये गये 1000 में से 500 चापाकल पूरी तरह सूख चुके हैं. जो बाकी बचे हैं उनमें भी पानी रिस – रिस कर आ रहा है़.
गरीबों को सबसे ज्यादा परेशानी
दलित बस्ती, मोती टोला, शीतल टोला व जवाहर टोला में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है़ पानी के लिए बच्चे- बूढ़े, औरते व युवतियां कई बार हजारों की संख्या में पानी दो पानी दो की आवाज लगा चुकी है़ं हंगामा भी हुआ लेकिन स्थायी निराकरण के बजाय उन्हें केवल आश्वासन दिया गया. गरीब व दलित के अलावे इन मुहल्लों में मध्यम वर्ग के परिवार के लोग भी काफी परेशान है़.
75 करोड़ की लागत से पानी पहुंचाने की योजना पर हो रहा कार्य!
बिहार राज्य जल परिषद के तत्वावधान में आरा नगर निगम में 75 करोड़ की लागत से पांच वाटर टावर लगा कर जल संकट को दूर करने का प्रयास किया जायेगा. पूर्व में निगम के पास आठ वाटर टावर यानी जलमीनार है. यदि इसे धरातल पर उतारा गया, तो क्षेत्र में कुल 13 वाटर टावर हो जायेगा, जिससे घटते जल स्तर से लड़ने के लिए लोगों को काफी सहूलियत होगी.
प्रत्येक वार्ड में होगा एक स्टैंड पोस्ट
आरा 75 करोड़ की लागत से जो योजना बिहार राज्य जल परिषद द्वारा चलायी जा रही है. उसके तहत समरसेबुल लगा कर पेयजल की समस्या को दूर किया जायेगा. इसके लिए एक स्टैंड पोस्ट लगाया जायेगा़ इसके तहत 15 स्थानों पर हर 50 फुट की दूरी पर पानी दिया जायेगा ताकि एक वार्ड के 15 स्थानों पर लोगों को पेयजल मिल सके. अभी जो स्थान प्रथम फेज में चयनित किया गया है. उसमें वार्ड नं 28 का मोती टोला, 29 में सूर्य मंदिर के समीप, अनाइठ सहित पांच स्थानों को चयनित किया गया है.
प्रत्येक वार्ड में लगेंगे तीन-तीन चापाकल
वित्तीय वर्ष 2016-17 में निगम द्वारा प्रत्येक वार्ड में तीन-तीन चापाकल लगाये जा रहे हैं, ताकि पानी की समस्या को दूर किया जा सके. इसके लिए निगम प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है.
39 हजार घरों में 2021 तक पहुंचाया जायेगा पाइप लाइन बिछा कर पानी
बिहार राज्य जल परिषद ने जो 2021 तक लक्ष्य रखा है, उसके अनुसार 39 हजार घरों में पानी का पाइप लाइन बिछा कर वाटर सप्लाइ की जायेगी, जिसका असर लाखों की आबादी पर पड़ेगा. इसको लेकर निगम प्रशासन मिल कर कार्य कर रहा है.
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