आरा : साथी की तबीयत खराब होते ही बंदी उग्र हो गये थे. आलम यह रहा कि जेल में बंद बंदी जेल के मुख्य दरवाजे तक पहुंच गये और जेल का मुख्य द्वार तोड़ने पर आमादा हो गये. कारा प्रशासन की तत्परता से इस बड़े घटना को टाल दिया गया. तत्काल पुलिस फोर्स को बुलाकर […]
आरा : साथी की तबीयत खराब होते ही बंदी उग्र हो गये थे. आलम यह रहा कि जेल में बंद बंदी जेल के मुख्य दरवाजे तक पहुंच गये और जेल का मुख्य द्वार तोड़ने पर आमादा हो गये. कारा प्रशासन की तत्परता से इस बड़े घटना को टाल दिया गया. तत्काल पुलिस फोर्स को बुलाकर मामला शांत किया गया. इस दौरान कारा प्रशासन को पगली घंटी बजानी पड़ी और हलके बल का भी प्रयोग करना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ. लगभग एक घंटे तक पूरा आरा मंडल कारा रणक्षेत्र में तब्दील रहा.
हुआ यह कि जेल में एक बंदी खुदकुशी का प्रयास कर रहा था. तभी कारा प्रशासन व कुछ बंदियों ने मिलकर उसे बचा लिया लेकिन उसकी तबीयत अचानक खराब हो गयी. जेल प्रशासन उसे बेहतर इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया लेकिन जेल के अंदर बंद बदी कारा प्रशासन पर देरी करने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाने लगे. इस दौरान बंदियों ने जमकर बवाल मचाया. बवाल मचा रहे बंदियों को शांत कराने पुलिस बल जब पहुंची तो बंदी उग्र हो गये और पुलिस बल पर पथराव शुरू कर दिया गया, जिसके बाद मामला और बिगड़ गया. बाद में कारा प्रशासन व स्थानीय पुलिस के सहयोग से मामला शांत हुआ.
आश्वासन के बाद शांत हुए आक्रोशित बंदी
जेल के भीतर बंद बदी इतने आक्रोशित हो गये थे कि शनिवार की सुबह उसने मुख्य द्वार को भी तोड़ने का प्रयास किया लेकिन कारा प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के सहयोग से उनके मनसूबे पर पानी फेर दिया गया. पर्याप्त संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने उन्हें पीछे ढकेल दिया. बाद में पदाधिकारियों द्वारा दिये गये आश्वासन के बाद बंदी शांत हुए.
शुक्रवार को जेल में हुई थी छापेमारी
सोशल मीडिया पर जेल के अंदर की तस्वीर वायरल की गयी थी, जिसको लेकर कारा महानिरीक्षक द्वारा 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी गयी है. इसी को लेकर शुक्रवार को आरा मंडल कारा में एसडीओ और एसडीपीओ द्वारा जेल के अंदर छापेमारी की गयी. इसको लेकर भी घटना को जोड़कर देखा जा रहा है. बंदी उग्र होकर शनिवार को कारा प्रशासन से भिड़ गये. हालांकि अब तक इस मामले में किसी पर कार्रवाई नहीं की गयी है. जांच के बाद कार्रवाई की जा सकती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
एक बंदी ने खुदकुशी करने का प्रयास किया था, जिसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है. इसी बात को लेकर कुछ बंदी उग्र हो गये और हंगामा करने लगे. बाद में उन्हें शांत करा दिया गया.
जेल अधीक्षक निरंजन पंडित, जेल अधीक्षक