मुखिया और तत्कालीन बीडीओ पर सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप
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कागज पर बन गये शौचालय और पंचायत हो गया ओडीएफ घोषित
मुखिया और तत्कालीन बीडीओ पर सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, लोगों ने बीडीओ को जांच के लिए दिया आवेदन सहार : कागज पर शौचालय बन गये और पंचायत को ओडीएफ घोषित कर दिया गया. शौचालय घोटाले का यह मामला जिले के सहार प्रखंड में सामने आया है. इस मामले में […]
ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, लोगों ने बीडीओ को जांच के लिए दिया आवेदन
सहार : कागज पर शौचालय बन गये और पंचायत को ओडीएफ घोषित कर दिया गया. शौचालय घोटाले का यह मामला जिले के सहार प्रखंड में सामने आया है. इस मामले में मुखिया और तत्कालीन बीडीओ पर सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया जा रहा है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. दर्जनों लोगों ने बीडीओ को जांच के लिए आवेदन दिया है. भारत सरकार के द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत हर गांव को शौच से मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि की मनमानी एवं लूट- खसोट नीति के कारण कागज पर ही शौचालय के निर्माण करा कर पंचायतों को ओडीएफ किया जा रहा है. मजेदार बात यह है कि कागजी डाटा पर ही वरीय पदाधिकारी स्थानीय अधिकारियों की सराहना कर रहे हैं.
कोरनडिहरी पंचायत में नहीं बना एक भी शौचालय : बात करें सहार प्रखंड की कोरनडिहरी पंचायत की जहां सरकारी तौर पर एक भी शौचालय निर्माण नहीं कराया गया है. वहीं मुखिया एवं बीडीओ की मिलीभगत से पंचायत को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है, जिसके खिलाफ पंचायत के ग्रामीणों में मुखिया एवं स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है.
2051 में से 1191 परिवारों के शौचालय निर्माण का किया गया है झूठा दावा : इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी व बीडीओ को लिखित शिकायत कर मामले की जांच कराने की मांग की है. ग्रामीण हरेंद्र सिंह, टिंकल कुमार, रामजी सिंह, शंकर सिंह, बबन राय, ओम प्रकाश शर्मा ,नंदकिशोर सिंह, कृष्णा सिंह, जितेश कुमार, रमेश सिंह, शंभु गुप्ता, बृज किशोर शर्मा, धनंजय कुमार सहित अन्य ने बताया कि कोरनडिहरी पंचायत में सरकारी स्तर से एक भी शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है, जबकि मुखिया के द्वारा 2051 में से 1191 शौचालय निर्माण करने का दावा किया गया है. वहीं उनके द्वारा 2051 परिवार को बाहर में शौचमुक्त घोषित किया गया है, जिसमें स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण पंचायत के हजारों गरीब परिवार शौचालय की सुविधा से वंचित हो रहे हैं.
करोड़ों के घोटाले की बात आ रही है सामने : सहार प्रखंड की 12 पंचायतों में 4 पंचायत सहार, कोरनडिहरी, गुलजारपुर एवं धनछुहा को पूर्व बीडीओ दीपचंद जोशी के समय में 2017 जनवरी-फरवरी में ओडीएफ किया गया था, जिसकी सच्चाई ग्रामीणों की पहल पर पूरे एक साल के बाद सामने आ गयी है. मामले में करोड़ों का घोटाला होने की बात सामने आ रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
कोरनडिहरी पंचायत के मुखिया के कार्यों के खिलाफ ग्रामीणों के द्वारा लिखित शिकायत दी गयी है. शौचालय का निर्माण कराये बगैर ओडीएफ घोषित किये जाने के मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को लिखा जायेगा.
मनीष कुमार, बीडीओ, सहार
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