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अमरपुर का मामला : एसएसपी ने जांच के बाद पूरी कहानी को झूठा माना, केस खारिज सरकारी रिवॉल्वर लूट का मामला फर्जी

भागलपुर : आखिरकार अमरपुर के पूर्व थानाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार के सरकारी रिवॉल्वर लूट की कहानी झूठी साबित हो ही गयी. उन्होंने आठ नवंबर की देर रात अकबरनगर-शाहकुंड रास्ते में उनसे सरकारी रिवॉल्वर, 50 हजार रुपये और मोबाइल लूट लिये जाने का मामला अकबरनगर थाने में दर्ज कराया था. अमरपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार ने […]

भागलपुर : आखिरकार अमरपुर के पूर्व थानाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार के सरकारी रिवॉल्वर लूट की कहानी झूठी साबित हो ही गयी. उन्होंने आठ नवंबर की देर रात अकबरनगर-शाहकुंड रास्ते में उनसे सरकारी रिवॉल्वर, 50 हजार रुपये और मोबाइल लूट लिये जाने का मामला अकबरनगर थाने में दर्ज कराया था. अमरपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार ने कहानी बनायी थी कि छठ के बाद घर से लौटने के दौरान उनके प्राइवेट गाड़ी को रोक कर बदमाशों ने सरकारी रिवॉल्वर, 50 हजार रुपये और मोबाइल लूट लिये.उन्होंने चालक का मोबाइल भी लूट लिये जाने की बात कही थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी मनोज कुमार की मॉनिटरिंग में जांच शुरू की गयी. जांच पूरी हुई और मामला फर्जी निकला. एसएसपी मनोज कुमार ने केस को फॉल्स करते हुए खारिज कर दिया.
….तो बर्खास्त कर दिये जायेंगे पूर्व थानाध्यक्ष. भागलपुर के अकबरनगर थाने में सरकारी रिवॉल्वर लूट का दर्ज कराया हुआ केस फॉल्स हो जाने के बाद आगे की कार्रवाई बांका एसपी को करनी है. लूट का मामला दर्ज कराने के बाद ही तत्कालीन थानाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया गया था. उनपर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गयी. बांका जिले में उनके खिलाफ चल रहे विभागीय कार्रवाई में भी मामला फर्जी निकलने और उनके झूठ बोलने की बात साबित होने पर पूर्व थानाध्यक्ष पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बर्खास्त भी किया जा सकता है.
मामले को दबाने की पूरी कोशिश हुई, टास्क फोर्स निष्क्रिय रहा. अमरपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष से सरकारी रिवॉल्वर लूट मामले को दबाने की पूरी कोशिश सामने आयी. इस गंभीर मामले की जांच के लिए भागलपुर रेंज के पूर्व डीआइजी वरुण कुमार सिन्हा ने 30 नवंबर को टास्क फोर्स का गठन किया और 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया. पर टास्क फोर्स ने जांच में रूचि नहीं दिखायी और मामला दबा रह गया. डीआइजी वरुण कुमार सिन्हा 31 जनवरी को रिटायर हो गये. टास्क फोर्स का नेतृत्व बांका एसडीपीओ शशि शंकर और भागलपुर के डीएसपी विधि व्यवस्था राजेश सिंह प्रभाकर को दिया गया था. इसमें छह थानेदारों को शामिल किया गया था जिनमें बांका जिले कटोरिया थानेदार प्रवेश कुमार भारती, सुइया प्रभारी राजकुमार कुशवाहा, फुल्लीडुमर प्रभारी राजेन्द्र कुंवर, अमरपुर प्रभारी अजीत कुमार, मुंगेर जिले के तारापुर प्रभारी ब्रजेश कुमार और भागलपुर के अकबरनगर प्रभारी श्यामल किशोर साह को शामिल किया गया था.

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