अधिकांश ग्राहक तुरंत बनाया हुआ तिलकुट ही मांग कर रहे थे. इतना जरूर था कि अधिक मांग व अधिक दुकानें सजने से प्रतिस्पर्द्धा का बाजार हो गया था, जिससे तिलकुट सस्ता हो गया था. अभी तिलकुट 180 से 350 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं. तिलवा-तिलकतरी 70 रुपये किलो बिक रहे थे. वहीं गुड़ 40 रुपये किलो, सूखा गुड़ 50 से 60 , मिठाई गुड़ 50 से 80 रुपये किलो बिक रहे हैं. तिल का लड्डू 200 से 250 रुपये किलो, अलग-अलग क्वालिटी के तिल 60 से 110 रुपये किलो तक बिक रहे हैं.
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मकर संक्रांति आज . बाजार में उमड़ी ग्राहकों की भीड़, लाखों की हुई बिक्री चूड़ा 65 तो “90 किलो बिका दूध
भागलपुर : मकर संक्राति को लेकर शुक्रवार को मुख्य बाजार स्थित वेराइटी चौक, इनारा चौक, आनंद चिकित्सालय रोड, तिलकामांझी चौक आदि में मकर संक्रांति का रौनक देखते ही बन रहा था. बाजार में इससे लाखों का कारोबार हुआ. तिलकुट दुकानदार रमेश कुमार ने बताया कि एक दिन पहले ग्राहकों के आर्डर पूरा करने की फूर्सत […]
भागलपुर : मकर संक्राति को लेकर शुक्रवार को मुख्य बाजार स्थित वेराइटी चौक, इनारा चौक, आनंद चिकित्सालय रोड, तिलकामांझी चौक आदि में मकर संक्रांति का रौनक देखते ही बन रहा था. बाजार में इससे लाखों का कारोबार हुआ. तिलकुट दुकानदार रमेश कुमार ने बताया कि एक दिन पहले ग्राहकों के आर्डर पूरा करने की फूर्सत नहीं है.
अधिकांश ग्राहक तुरंत बनाया हुआ तिलकुट ही मांग कर रहे थे. इतना जरूर था कि अधिक मांग व अधिक दुकानें सजने से प्रतिस्पर्द्धा का बाजार हो गया था, जिससे तिलकुट सस्ता हो गया था. अभी तिलकुट 180 से 350 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं. तिलवा-तिलकतरी 70 रुपये किलो बिक रहे थे. वहीं गुड़ 40 रुपये किलो, सूखा गुड़ 50 से 60 , मिठाई गुड़ 50 से 80 रुपये किलो बिक रहे हैं. तिल का लड्डू 200 से 250 रुपये किलो, अलग-अलग क्वालिटी के तिल 60 से 110 रुपये किलो तक बिक रहे हैं.
65 रुपये किलो कतरनी चूड़ा व 90 रुपये किलो दूध
चूड़ा व चावल व्यवसायी चंदन विश्वास ने बताया कि कतरनी चूड़ा की बिक्री बढ़ी है. इतना ही नहीं पहले ही 55 से बढ़कर कतरनी चूड़ा 60 हो गया था. मकर संक्रांति पर असली कतरनी कहकर 65 रुपये किलो तक बेचा गया. वहीं कतरनी जैसा ही चूड़ा सोनम व संभा 40-45 रुपये किलो तक बिके, जो पांच से आठ रुपये किलो तक सामान्य दिन से अधिक भाव रहा. पहले रोजाना 20 से 30 हजार रुपये का कारोबार होता था, अभी 50 से 70 हजार रुपये का कारोबार हो रहा है. वहीं मोटा चूड़ा 22 से 25 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं. दूध विक्रेता पांडव यादव ने बताया कि पहले स्टेशन परिसर स्थित दुग्ध उत्पादक केंद्र में 25 प्रतिशत ही दूध विक्रेता पहुंचे. सामान्य दिन में 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिकने वाला दूध अभी 80 से 90 रुपये किलो तक बिक रहे हैं. इतना ही नहीं क्रीम निकाला हुआ दूध भी 60 रूपये लीटर तक बिके, जबकि यह सामान्य दिन में 20 रुपये किलो तक बिकते थे.
आज से बढ़ेगी धूप में तपिश
ज्योतिषाचार्य डॉ सदानंद झा बताते हैं खरमास की समाप्ति 14 जनवरी शनिवार को दोपहर 1:51 बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश के साथ होगा और मकर संक्रांति का पर्व इसी तिथि को मनाया जायेगा. पुन: शादी-विवाह का लग्न शुरू हो जायेगा. सूर्य उत्तरायण हो जायेंगे. सूर्य के उत्तरायण होने से धूप में तपिश बढ़ जाती है. इस दिन खिचड़ी पर्व भी मनाते हैं. दक्षिण भारत में पोंगल पर्व मनाया जाता है. श्रद्धालु अपने-अपने क्षेत्र के पवित्र नदी में स्नान कर दान आदि करते हैं. हालांकि गंगा सागर में स्नान करने का विशेष महत्व है. इस दिन गाय, कंबल, तिल के लड्डू, वस्त्र और धान का दान करने का महत्व है.
ग्रह गोचर में बनेगा नवम पंचम योग: ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार विशिष्ट संयोगों में बृहस्पति का सूर्य में पंचम दृष्टि संबंध तथा सूर्य का बृहस्पति से नवम दृष्टि संबंध बन रहा है. 12 वर्ष में आने वाले इस प्रकार के दृष्टि संबंध का विशेष लाभ लोगों को प्राप्त होता है. इस योग में सूर्य के साथ भगवान नारायण का भी ध्यान कर आराधना करनी चाहिए. इस दिन आदित्य हृदय स्त्रोत, सूर्य स्त्रोत, सूर्याष्टक आदि का पाठ करना श्रेष्ठ होता है. इनके पाठ से वंशवृद्धि पराक्रम में वृद्धि तथा परिवार का उत्कर्ष होता है.
महाकाल पर्व रहेगा शुभप्रद
इस बार माघ माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पर शनिवार के दिन 14 जनवरी को प्रात: सात बज कर 38 मिनट पर अश्लेषा नक्षत्र प्रीति योग एवं कर्क राशि के चंद्रमा के साक्षी में मकर लग्न में भगवान सूर्य नारायण का मकर राशि में प्रवेश होगा. चूंकि उदयकाल की साक्षी में होने वाले इस प्रवेश काल का धर्म शास्त्रीय महत्व है.
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