गोपालपुर : बाढ़ से चार महीने बुरी तरह से प्रभावित होकर खानाबदोश की तरह तटबंध, सड़कों व राहत शिविरों में अपने माल-मवेशियों के साथ रहने वाले इस्माइलपुर प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों ने सोमवार को प्रखंड कार्यालय के खुलते ही सहायता राशि व फसल क्षतिपूर्ति राशि अबतक उपलब्ध नहीं कराने के कारण हंगामा किया. इस्माइलपुर प्रखंड के पांच पंचायतों की 50 हजार की आबादी प्रभावित थी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रिंग बांध पर स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों को डीएम के निर्देश पर बंद कर दिया गया था. जिला प्रशासन द्वारा इस्माइलपुर प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों के लिए कई जगह राहत शिविर खोले गये थे.
बाढ़ का पानी उतरने के बाद प्रशासनिक पदाधिकारियों ने बाढ़ पीड़ित परिवारों को छह हजार रुपये की सहायता राशि आरटीजीएस के माध्यम से खाते में देना था. पीड़ितों ने आवेदन पंचायतों के माध्यम से जमा करवाया, लेकिन अभी तक बाढ़ पीड़ितों के खाते में राशि नहीं आयी. आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों में पूर्वी भिट्ठा पंचायत की महिला सरपंच मीना देवी, पटवारी यादव, रौशन यादव, रूपेश यादव, शिव यादव, कपिलदेव यादव, दिनेश राय व शंकर राय के नेतृत्त्व में हजारों बाढ़ पीड़ितों ने इस्माईलपुर प्रखंड कार्यालय में पहुंच कर हंगामा किया और बीडीओ के नेम प्लेट को तोड़ फेंक दिया. बाढ़ पीड़ित इतने आक्रोशित थे कि वह मारपीट व तोड़फोड़ करने लगे. बीडीओ श्वेता कृष्णा व सीओ विनोद कुमार ने आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन पीड़ित मानने को तैयार नहीं हो रहे थे. सीओ व बीडीओ ने सभी को राशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया तब जाकर बाढ़ पीड़ितों ने आन्दोलन को समाप्त किया. सरपंच मीना देवी के नेतृत्त्व में पूर्वी भिट्ठा के लोगों ने विधान सभा चुनाव में वोट का बहिष्कार किया था.