भागलपुर: मोहम्मदाबाद चौधरीडीह के मोदी टोला के लोगों ने शुक्रवार को जले ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग पर हंगामा किया और बकाया वसूली करने पहुंचे फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल के कर्मचारियों को बंधक बना लिया. इससे पहले बाल्टी कारखाना चौक व आसपास के लोगों ने गुरुवार को हंगामा किया था और कर्मचारियों को बंधक बनाया था. इधर, […]
भागलपुर: मोहम्मदाबाद चौधरीडीह के मोदी टोला के लोगों ने शुक्रवार को जले ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग पर हंगामा किया और बकाया वसूली करने पहुंचे फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल के कर्मचारियों को बंधक बना लिया. इससे पहले बाल्टी कारखाना चौक व आसपास के लोगों ने गुरुवार को हंगामा किया था और कर्मचारियों को बंधक बनाया था.
इधर, मोहल्ले के लोगों द्वारा दोपहर लगभग एक बजे रिकवरी टीम के मो इमरान व लाइनमैन अनिल कुमार शर्मा को बंधक बनाया. इसके बाद शाम लगभग छह बजे उपभोक्ताओं के बुलाने पर मोहल्ले में पहुंचे इंजीनियर विवेक कुमार यादव को भी बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने कर्मचारियों के फोन को जब्त कर लिया. रात लगभग नौ बजे फ्रेंचाइजी कंपनी से जब शनिवार को ट्रांसफॉर्मर बदलने का आश्वासन मिला, तो लोगों ने कंपनी के कर्मचारियों को छोड़ा.
मुहल्ले के लोगों ने बताया कि 100 केवी के एक ट्रांसफॉर्मर से मोहम्मदाबाद, चौधरीडीह एवं रसूलगंज को बिजली आपूर्ति होती है. लगभग 200 उपभोक्ता हैं. वहीं आबादी तकरीबन 12 हजार है और सिंगल फेज से बिजली सप्लाई होती है. इस वजह से लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है. चार अगस्त को आवेदन देकर ट्रांसफॉर्मर बदलने सहित एक अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग की गयी. इससे पहले ही ट्रांसफार्मर जल गया. लगभग दो माह से उक्त तीनों मोहल्ले अंधेरे में डूबे हैं. कंपनी ने बकाया राशि का भुगतान करने पर ट्रांसफॉर्मर बदलने की बात कही. मोहल्लेवासियों का कहना था कि बकाया वसूली पर भी ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया. लोगों ने दी अगर शनिवार को ट्रांसफॉर्मर नहीं लगा, तो रणनीति के साथ आंदोलन किया जायेगा.
मोहल्ले के लोगों द्वारा हंगामा और कर्मचारियों को बंधक बना लेना कहीं से न्यायोचित नहीं है. ऐसे भी दुर्गापूजा में ट्रांसफॉर्मर बदलना ही था. शनिवार को ट्रांसफॉर्मर बदला जायेगा. कर्मचारियों को छोड़ दिया गया है.
कुलदीप कौल, सीइओ, बीइडीसीपीएल (फ्रेंचाइजी कंपनी)
बकाया राशि की वसूली की शर्त पर ट्रांसफॉर्मर बदलने के प्रावधान को हटा लिया गया है. शहरी क्षेत्र में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 72 घंटे के अंदर ट्रांसफॉर्मर बदला जाना है. अगर ट्रांसफॉर्मर नहीं बदला गया है, तो उपभोक्ता लिखित शिकायत कर सकते हैं. इस पर जांच की जायेगी और सबीपीडीसीएल को रिपोर्ट भेजी जायेगी.
सुरेश प्रसाद सिंह, डीजीएम सह सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, इलेक्ट्रिक सप्लाई एरिया, भागलपुर