पीरपैंती : प्रखंड में चल रहे बहु ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत विभिन्न स्थानों में पीएचइडी विभाग की देखरेख में पाइप बिछाने का काम चल रहा है. पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों व ग्रामीणों के अनुसार निर्माण कार्य करा रही कंपनी जेएमसी प्रोजेक्ट इंडिया द्वारा पाइप बिछाने में तय मानकों का पालन नहीं किया […]
पीरपैंती : प्रखंड में चल रहे बहु ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत विभिन्न स्थानों में पीएचइडी विभाग की देखरेख में पाइप बिछाने का काम चल रहा है. पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों व ग्रामीणों के अनुसार निर्माण कार्य करा रही कंपनी जेएमसी प्रोजेक्ट इंडिया द्वारा पाइप बिछाने में तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है. इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता ने दो मीटर हट कर तथा एक मीट गहरे में पाइप बिछाने के गाइड लाइन को पालन करने को कहा है.
अनादीपुर से विक्रमशिला खुदाई स्थल होते हुए पीरपैंती तक बनी पूर्व की पीएमजीएसवाई सड़क को मदर इंडिया कंपनी द्वारा राज्य पथ के रूप में चौड़ीकरण व निर्माण कराया जा रहा है. जलापूर्ति योजना के तहत सड़क के बिलकुल पास और कही सड़क पर ही गड्ढा खोद कर पाइप बिछाया जा रहा है. पथ निर्माण विभाग के अधिकारियाें का कहना है कि सड़क निर्माण होने के क्रम में सड़क के किनारे वाले पाइपों को उखाड़ना पड़ेगा, जिससे जलापूर्ति योजना के क्रियान्वयन में अवरोध पैदा हो सकता है.
कहते हैं परियोजना पदाधिकारी : जलापूर्ति योजना का काम करा रही कंपनी के परियोजना पदाधिकारी तरुण त्रिपाठी ने बताया कि कहलगांव व पीरपैंती प्रखंड के विभिन्न गांवों में 198 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल नल द्वारा आपूर्ति की जानी है. कुल 400 किलोमीटर पाइप बिछाने के आलोक में अब तक 150 किमी पाइप बिछायी जा चुकी है. वह सरकारी जमीन में ही पाइप सड़क के किनारे बिछा सकते हैं. कई गांवों में लोगों ने सड़क से सटकर आवास बना रखा है. अत: सड़क के किनारे जो भी उपलब्ध जमीन है वहां पाइप बिछाने का काम किया जा रहा है.
सड़क निर्माण कार्य में हो रहा है अवरोध
सड़क से सटकर पाइप बिछाने के कारण सड़क निर्माण में बाधा उत्पन्न हो रही है. इसके अलावा अगर मजबूरन पाइप उखाड़ना पड़ा तो जलापूर्ति योजना भी लंबित हो सकती है.