भागलपुर : लोहिया पुल से कचहरी चौक तक एनएच टूट कर विशाल गड्ढों में तब्दील हो चुका है. लगभग दो किमी में इस मार्ग पर दर्जन भर से अधिक गड्ढे ऐसे हैं जिसमें गिर कर मोटर साइकिल सवार अक्सर चोटिल हो रहे हैं. सड़क सबसे ज्यादा खतरनाक घंटा घर के पास है. इससे भी ज्यादा खतरनाक भागलपुर एक्सरे व होटल अशोका ग्रांड के सामने है. बरसात के दिनों में सड़क पर चलना जान जोखिम में डालना है. मार्ग का पिच भाग एक दम गायब हो चुका है. रहा सवाल गिट्टियों का तो वह भी बिखर चुकी है. सड़क तालाब बनी है. मार्ग की इस दुर्दशा से इस पर पड़ने वाले मुहल्ले के लोग काफी आक्रोशित हैं.
सड़क निर्माण के बाद से विभाग मरम्मत के नाम पर केवल खानापूरी कर रही है. इस साल तो विभाग ने मरम्मत तक नहीं कराया. बरसात में यह सड़क अब मौत के द्वार से कम नहीं लगने लगा है. इससे प्रतिदिन गुजरने वाले हजारों की संख्या में राहगीर सड़क की बदहाली देख विभाग को कोश रहे हैं. विभागीय अधिकारियों को इस मार्ग की सुधि लेने की फुरसत नहीं है. लोगों ने अविलंब मार्ग के मरम्मत की मांग विभाग से की है.
मालूम हो कि लोहिया पुल से लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज के बीच लगभग सात लंबी सड़क निर्माण पर लगभग 10.59 करोड़ रुपये की लागत आयी थी. यानी, प्रत्येक किमी पर लगभग 1.51 करोड़ रुपया खर्च होने के बाद भी शहर के लोगों को चलने के लिए बेहतर सड़क नहीं मिल सकी. इस वजह से शहरवासी गड्ढों में तब्दील सड़क को लेकर चिंतित हैं.