आतंक के मुद्दे पर भाजपा पर पलटवार, कहा
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इनकी कथनी-करनी में अंतर : अब्दुल बारी
आतंक के मुद्दे पर भाजपा पर पलटवार, कहा भागलपुर : सूबे के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि राजद की बुनियाद में सामाजिक न्याय, धार्मिक निरपेक्षता, गरीब, शोषित, किसान एवं युवा हैं. कहीं भी गरम सताया जाता है तो पीड़ित के पक्ष में राजद खड़ा होता है. कुछ लाेग इसे नक्सलवाद के पक्ष […]
भागलपुर : सूबे के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि राजद की बुनियाद में सामाजिक न्याय, धार्मिक निरपेक्षता, गरीब, शोषित, किसान एवं युवा हैं. कहीं भी गरम सताया जाता है तो पीड़ित के पक्ष में राजद खड़ा होता है. कुछ लाेग इसे नक्सलवाद के पक्ष में खड़ा होना करार देते हैं. भाजपा नेता सुशील मोदी कुछ भी आरोप लगा सकते हैं. इसमें कोई तथ्य नहीं है. वे आतंकवाद के सफाये के लिए वार्ता की पहल करनेवालों के साथ कश्मीर में सरकार बनाते हैं. क्या इस आधार पर ये कह दिया जाये कि सुशील मोदी और उनकी पार्टी भाजपा आतंकवादी को संरक्षण देती है.
श्री सिद्दीकी सर्किट हाउस में पत्रकारों से मुखातिब थे. उन्होंने भाजपा नेता सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि हम उनकी तरह संवेदनशील मामले पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं. कश्मीर मुद्दे पर श्री सिद्दीकी ने कहा कि केंद्र सरकार का दायित्व बनता है कि वे कश्मीर में राज्य सरकार के साथ शांति-अमन की बहाली करे. केंद्र सरकार को वार्ता का दौर नहीं रोकना चाहिए था.
बुलेट नहीं वोट से चलता है लोकतंत्र : बिहार में नक्सलवादियों एवं सीआरपीएफ जवानों के बीच मुठभेड़ में शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांंजलि अर्पित करते हुए श्री सिद्दीकी ने कहा कि हमारे संविधान में डेमोक्रेसी भी है. शांति व्यवस्था के लिये वैचारिक मत का आदान-प्रदान कर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है. लेकिन नक्सल का समर्थन करनेवाले मानते हैं कि वोट नहीं बुलेट के जरिये ही समस्या का समाधान हो सकता है जो कि भारत में संभव नहीं है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के लिहाज से केंद्र सरकार को सुरक्षाबलों काे वेल एक्यूप्ड करते हुए विशेष ध्यान देना चाहिए.
बीसीए को मिलेगा पूर्ण सदस्य का दर्जा : वित्त मंत्री श्री सिद्दीकी ने कहा कि
इनकी कथनी-करनी…
बीसीसीआइ ने बीसीए को मान्यता दी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बीसीए का चुनाव कराया गया. इसके तहत मुझे बीसीए का अध्यक्ष चुना गया. उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट के आलोक में बीसीसीआइ बिहार क्रिकेट एसोसिएशन(बीसीए) को पूर्ण सदस्य का दर्जा जल्द देगी. इससे बिहार के युवा क्रिकेटर रणजी, दिलीप ट्राफी जैसी प्रतियोगिता में अपनी काबिलियत दिखाते हुए देश का प्रतिनिधित्व करेंगे.
बिन नोटिस दिये हटाये गये लोगों के मुद्दे पर डीएम से करूंगा बात
शहर में चलाये गये अतिक्रमण मुक्ति अभियान के मुद्दे पर श्री सिद्दीकी ने कहा कि नियम के तहत सभी काम हाेने चाहिए. कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें हटाने से पहले नोटिस देना चाहिए था. हटाये गये गरीब दुकानदारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का इंतजाम करने के लिए प्रस्ताव स्थानीय प्रशासन, सूबे की सरकार को दें. इस मुद्दे पर मैं डीएम से बात करूंगा.
जल्द आऊंगा दुबारा, दो दिन होगा भागलपुर में प्रवास
श्री सिद्दीकी ने कहा कि वे जल्द ही भागलपुर दुबारा आयेंगे और दाे दिन तक शहर में रहेंगे. इस दौरान वे शहर के बुनकर पार्क और अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने के मुद्दे पर सार्थक प्रयास करेंगे.
रिसोर्स गैप काे कम करे केंद्र सरकार
श्री सिद्दीकी ने कहा कि शराबबंदी के बाद सूबे की सरकार को 3000-3500 करोड़ रुपये सालाना का घाटा हुआ. लेकिन हमारी सरकार इस घाटे के लिए जनता को जहर पिलाने का काम नहीं कर सकती. पूर्ण शराबबंदी के बाद रिसोर्स गैप उतना नहीं हुआ जितना कि वर्तमान में केंद्र सरकार ने कर दिया है. पहले ग्रामीण विद्युतीकरण योजना में केेंद्र-राज्य सरकार का योगदान 90:10 था अब 50:50 हो गया है. इसी तरह सर्व शिक्षा
अभियान व पीएम सड़क योजना में केंद्र-राज्य का योगदान 75:25 था जो अब 50:50 कर दिया गया. बीआरजीएफ को केंद्र सरकार ने बंद कर दिया है. इससे राज्य सरकार का बजट गड़बड़ा गया है. केंद्र सरकार को इस रिसोर्स गैप को कम करना चाहिए. श्री सिद्दीकी ने कहा कि सूबे को पर्यटन स्थल का विकास करके इसे पर्यटन उद्योग के रूप में विकसित करने पर जोर दिया जायेगा.
जीएसटी बिहार जैसे राज्य के पक्ष में
श्री सिद्दीकी ने जीएसटी के समर्थन के बाबत कहा कि जीएसटी बहुत हद तक बिहार जैसे स्टेट के लिए ठीक है. केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ सभी स्टेट की मीटिंग हुई थी जिसमें तमिलनाडु को छोड़ सभी प्रदेश जीएसटी के पक्ष में थे.
श्रावणी मेला को मिले अंतरराष्ट्रीय मेले का दर्जा
श्री सिद्दीकी ने कहा कि इस इलाके में रहनेवाले हर संप्रदाय के लोगों के लिए श्रावणी मेला एक नेमत की तरह है. यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. जिससे यहां पर सेवा के बदले बड़ी आय होती है. इस मेले काे अंतरराष्ट्रीय मेला का दर्जा दिया जाना चाहिए. हमारी सरकार सीमित संसाधनों के बूते श्रावणी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिकतम सुविधा प्रदान कर रही है. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेले की बेहतरी के लिए पर्यटन विभाग प्रस्ताव बना कर दें तो हम उसके प्रस्ताव में बजट से अधिक ही देंगे कम नहीं.
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