भागलपुर : प्राइवेट स्कूलों की तरह सरकारी स्कूल के बच्चे भी कक्षा एक से फर्राटेदार अंगरेजी बोलें और अपने दोस्तों को बोले फ्रेंड हाव आर यू. इतना ही नहीं सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से नहीं, नर्सरी-केजी का भी क्लास हो ताकि प्राइवेट स्कूलोें की तरह बच्चे खेल-खेल में ज्ञान की प्राप्ति कर सके.
ऐसी व्यवस्था निगम क्षेत्र के सभी विद्यालय और सूबे के सभी सरकारी विद्यालयों में हो. इसके लिए कांग्रेस के नगर विधायक अजीत शर्मा सूबे के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से बात कर इस मामले में पहल करवायेंगे. उन्हें पूर्ण विश्वास है कि मंत्री उनकी बातों को मान इस व्यवस्था को लागू कर देंगे.
अभी सरकारी विद्यालयों में कक्षा पांच से अंगरेजी की पढ़ाई होती है और कक्षा एक से ही पढ़ाई होती है. इससे सरकारी विद्यालय के बच्चे अंगरेजी में प्राइवेट विद्यालय के बच्चों से काफी पीछे छूट जाते हैं. छह के बाद अंगरेजी की पढ़ाई करने के बाद भी ये बच्चे ज्यादा अंगरेजी में नहीं बोल पाते है. सरकारी विद्यालय के शिक्षक प्रवीण झा ने बताया कि अगर यह व्यवस्था सरकारी विद्यालय में लागू हो जाये, तो बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.