भागलपुर : जिला बीजेपी ने बुधवार को पेयजल समस्या को लेकर नगर विधायक अजीत शर्मा की आलोचना की थी. कहा गया था कि विधायक की कमजोरी को छिपाने के लिए महिला कांग्रेस धरना-प्रदर्शन कर अपने ही सरकार की आलोचना कर रही है. इस बयान पर गुरुवार को वार्ड 21 के पार्षद संजय कुमार सिन्हा ने पलटवार करते हुए कहा कि अश्विनी कुमार चौबे के समय वर्ष 2007-2008 में 31 बोरिंग लगाये गये थे.
इसमें से 28 बोरिंग से वर्तमान में बालू निकलता है. उन्होंने कहा कि जब से अश्विनी चौबे नगर विकास मंत्री बने, नगर निगम में 2005-06 में स्टांप ड्रेनेज में 44 करोड़ रुपये सरकार ने भेजी. पीएचइडी मंत्री बने, तो ड्रेनेज का काम भागलपुर नगर निगम में होने की बात कह कर श्री चौबे ने 44 करोड़ रुपये मंगवा लिये. लेकिन यह काम पूरा नहीं हुआ. जब वे स्वास्थ्य मंत्री बने, तो शहर के सभी अस्पतालोंं की स्थिति सुधरने के बजाय बदतर हो गयी. उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायक अजीत शर्मा शहर के विकास में लगे हैं. वहीं नगर महिला कांग्रेस की नगर अध्यक्ष पूजा साह ने कहा कि जल समस्या पर बीजेपी द्वारा नगर विधायक अजीत शर्मा पर लगाये गये आरोप निंदनीय हैं. उन्होंने कहा कि अश्विनी कुमार चौबे जब विधायक थे और अपने 24 साल के कार्यकाल में पेयजल समस्या सुधार नहीं सके.