भागलपुर : एलपीजी गैस कंपनी इंडेन, एचपी और भारत गैस ने अपने सभी ब्रांच को निर्देश दिया है कि मार्च तक सभी गैस उपभोक्ता अपने बैंक खाता से आधार नंबर को लिंक करा लें. बैंक खाता से आधार नंबर को लिंक करा लेने के बाद सरकार की ओर से सिलिंडर पर मिलने वाली सब्सिडी में समस्या नहीं आयेगी. इंडेन के प्रोपराइटर शंकर साह ने बताया कि एलपीजी उपभोक्ताओं को आधार कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाया गया है. यह शिविर फरवरी तक चलेगा. उन्होंने बताया कि अब तक 20 प्रतिशत से अधिक इंडेन उपभोक्ताओं ने अपने बैंक खाते को जिस पर वह सब्सिडी ले रहे हैं, आधार नंबर से लिंक करा लिया है.
एचपी के प्रोपराइटर पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि 30 प्रतिशत एचपी उपभोक्ताओं ने अपने खाता को आधार नंबर से लिंक करा लिया है. भारत गैस के प्रोपराइटर सुभाष चंद्रा ने बताया कि करीब 35 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने अपने बैंक खाता को आधार नंबर से लिंक करा लिया है. यहां बता दें कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में जिन लोगों को सब्सिडी मिल रहा है, अगर अगले वित्तीय वर्ष में बकाया चला जायेगा तो वह स्वत: समाप्त हो जायेगा. यह भी जानना जरूरी है कि आधार नंबर को बैंक खाता और गैस एजेंसी दोनों जगहों पर लिंक कराना जरूरी है. जहां तक रिफिल बंद होने की बात है तो प्रोपराइटर ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं का बैंक खाता आधार नंबर से लिंक नहीं भी हुआ है, तो भी रिफिल की सप्लाई बंद नहीं की जायेगी. सभी उपभोक्ताओं को रिफिल की सप्लाई निर्बाध रूप से होती रहेगी.
जिले में करीब दो लाख एलपीजी उपभोक्ता : एक अनुमान के मुताबिक जिले में इंडेन गैस एजेंसी के करीब 80 हजार उपभोक्ता और एचपी गैस एजेंसी के जिले में 75 हजार उपभोक्ता हैं. इसी प्रकार भारत गैस एजेंसी के 45 हजार एलपीजी गैस उपभोक्ता हैं. इंडेन, एचपी व भारत गैस के प्रोपराइटर ने बताया कि कई ग्राहकों को चार-पांच बैंक अकाउंट होते हैं. ऐसे ग्राहकों के बारे में कहा कि जिस बैंक अकाउंट का सबसे अंतिम में आधार से जोड़ा गया है, उसी बैंक से आधार नंबर अपने आप लिंक हो जायेगा.