नाथनगर थाना इंसपेक्टर कैशर आलम ने बताया कि पुलिस को घटना में शामिल अपराधियों का सुराग उसी रात मिल गया था जिस रात अनिल साह की हत्या हुई. पुलिस ने अपराधियाें को बेखबर करने और मामले के आरोपी के विरुद्ध ठोस साक्ष्य एकत्र करने के लिए गिरफ्तारी को एक दो दिनों के लिए टाल दिया था. उन्हाेंने बताया कि अनिल साह के पीछे घटना में शामिल पंकज मंडल, निरंजन यादव, बजरंगी मंडल, दिनेश तांती, पप्पू साह, पवन मंडल ब्लॉक से ही लगे थे. अनिल साह ब्लॉक से निकल कर मनसकामना चौक पर आया और वहां एक पान दुकान में पान खाया. इसके बाद मछली पट्टी होते हुए सीटीएस रोड के आगे बढ़े. इसी बीच मोटर साइकिल से पीछा करते आ रहे अपराधी सीटीएस रोड स्थित चर्च फील्ड की ओर जाने वाले मोड़ के पास पहले से रुक कर अनिल साह के पहुंचने का इंतजार करने लगे.
दूसरी तरफ हत्याकांड के मात्र पांच दिन के अंदर मामले का पर्दाफाश होने से नाथनगर के आमलोगों में पुलिस की कार्रवाई के प्रति विश्वास बढ़ा है. लोगों का कहना है कि सीटीएस जैसे अति सुरक्षित क्षेत्र में पहली बार किसी व्यक्ति की गोली मार कर हत्या करने की घटना से क्षेत्र के लोगों में भय कायम हो गया था. अब स्थानीय अपराधियों के इस हत्याकांड में शामिल होने और गिरफ्तारी से लोग भयमुक्त होकर सीटीएस रोड से आना-जाना कर सकेंगे.