भागलपुर: फर्जी पहचान पत्र, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र बनाने वाले एक बड़े रैकेट का गुरुवार को पुलिस ने पर्दाफाश किया. इस मामले में स्टार लिंक इंटरनेट के मालिक गौरी शंकर (खरमनचक निवासी), कर्मचारी बाथ इंगलिश खान के कृष्णा कुमार, टाइप एंड स्कैनिंग के संचालक दशरथ मंडल (लोदीपुर तहबलपुर निवासी) को गिरफ्तार किया गया है.
एक अन्य संचालक संतोष कुमार यादव (डोमोडीह फुल्लीडूमर निवासी) अपनी मोटरसाइकिल दुकान के ही पास छोड़ कर भाग गया. छापेमारी के दौरान तीन कंप्यूटर, सीपीयू, माउस, की बोर्ड, 30 से 35 संस्थानों के प्राचार्य के मुहर, चुनाव आयोग का मुहर, फर्जी पहचान पत्र, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि बरामद किया गया. यहां यह धंधा काफी दिनों से चल रहा था.
दरअसल, एक कोचिंग संचालक ने पुलिस को सूचना दी कि घंटाघर चौक स्थित चंद्रलोक कॉम्प्लेक्स के एक साइबर कैफे में फर्जी कागजात व प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है. उन्होंने अपने कोचिंग में फर्जी आइ कार्ड पर सौ से अधिक छात्रों के पढ़ने की बात भी बतायी थी. उन्हीं में से पकड़े गये एक छात्र की निशानदेही पर चंद्रलोक कॉम्प्लेक्स में छापेमारी कर इस धंधे में लिप्त लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस की इस कार्रवाई से चंद्रलोक कॉम्प्लेक्स में साइबर कै फे चलाने वाले दूसरे लोगों में भी हड़कंप मच गया है.
छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में लोग कॉम्प्लेक्स और उसके आस पास की सड़कों पर जमा हो गये. छापेमारी दल में तातारपुर थानाध्यक्ष संजय विश्वास, आदमपुर थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा और इशाकचक के सब इंस्पेक्टर शामिल थे.
छापेमारी लगभग दो घंटे तक चली. बाद में सिटी डीएसपी वीणा कुमारी ने भी मौका मुआयना किया. वे ट्रीट रेस्टोरेंट भी गयीं और प्रबंधक को हॉल में रोशनी रखने की हिदायत दी. आदमपुर थाना प्रभारी के बयान पर मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. केस का अनुसंधानकर्ता हरेंद्र प्रसाद सिंह को बनाया गया है.