भागलपुर: बंगाल पुलिस के लिए सिर दर्द बने लक्ष्मी सहनी को गुरुवार को भागलपुर व बंगाल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर भागलपुर के भोलानाथ पुल के पास नाटकीय रूप से गिरफ्तार किया. लक्ष्मी सहनी बंगाल के आसनसोल से 18 अप्रैल को लॉटरी के 12 लाख रुपये लूट कर भागा था. पुलिस पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है.
साथ ही उसने बोलपुर स्थित घर पर मां को फोन कर लूट के साढ़े छह लाख रुपये भी पुलिस को बरामद कराया. इस सफलता के लिए वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने पुलिस टीम में शामिल इशाकचक थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार, जीरो माइल थानाध्यक्ष रोहित कुमार, पुलिसकर्मी भोला सिंह, साइबर सेल के राकेश कुमार आदि को पुरस्कार देने की घोषणा की है.
सिटी डीएसपी वीणा कुमारी ने बताया कि आसनसोल के लॉटरी व्यवसायी अमूल लाहा के यहां बोलपुर के एक आदमी ने लॉटरी में 12 लाख रुपये का इनाम जीता था. विजयी व्यक्ति जब राशि लेकर जा रहा था, तभी रास्ते में वीरभूम के इलाम बाजार क्षेत्र में लक्ष्मी सहनी ने आधे दर्जन हथियार बंद साथियों के साथ उससे राशि लूट ली. इस लूटकांड में शामिल उज्जवल, प्रभात, अलाउद्दीन और मोनीरूल को बंगाल पुलिस ने घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया था.
इस बीच मामले का सरगना लक्ष्मी सहनी बंगाल से भाग कर भागलपुर चला आया और इशाकचक बी टोला में 20 अप्रैल को अपने सौतेले बड़े भाई संजय सहनी के पास आकर ठहरा. वर्षो पहले उसकी मां उसे छोड़ कर बोलपुर में बस गयी थी. यहां लक्ष्मी सहनी ने पल्सर मोटरसाइकिल खरीदी और आराम से रहने लगा. बुधवार को बंगाल पुलिस लक्ष्मी के मोबाइल को ट्रेस करते हुए भागलपुर आयी और यहां भागलपुर व बंगाल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में लक्ष्मी सहनी को गिरफ्तार किया गया.