भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय इन दिनों भ्रष्टाचार के शिकंजे में है. इसे लेकर विद्यार्थी परिषद सर्वे कर रहा है, जिसे प्रकाशित करने की योजना है. विश्वविद्यालय संयोजक अजय कुमार ने कहा कि यहां पर खुलेआम 15 प्रतिशत दलाली मांगने का मामला प्रकाश में आया है.
विश्वविद्यालय प्रशासन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिससे लगता है कि प्रशासनिक पदाधिकारी भी इसमें लिप्त हैं.
स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग का रिजल्ट छह-सात माह बाद प्रकाशित होता है, जिसमें सभी छात्रों को सामान्य अंक मिला होता है, तो दूसरी ओर आंतरिक परीक्षा में कुछेक छात्रों से पैसे लेकर 20 में 20 अंक दिये जाते हैं. ऐसा ही रवैया अन्य विभागों में है.
जानबूझ कर रिजल्ट पेंडिंग करना, पैसे लेकर अंक बढ़ाना यहां आम बात हो गयी है. कॉपी घोटाला और 15 प्रतिशत दलाली मांगने वाले रजिस्ट्रार पर शीघ्र कार्रवाई हो. विश्वविद्यालय संगठन मंत्री शिव शंकर सरकार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रवि कुमार, प्राणिक वाजपेयी, नगर मंत्री आनंद कुमार, आशीष सिंह, अजय कुमार , नीरज यादव, आशुतोष, कुमार, गौरव चौबे, चंदन सिंह, चिंटू, रणवीर, पवन, महेश यादव, संतोष द्विवेदी, राजकुमार आदि आंदोलन के लिए छात्रों को लामबंद कर रहे हैं.