24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बढ़ रहा है जलस्तर : इंजीनियरिंग कॉलेज से शंकरपुर गांव तक

सबौर : गंगा नदी में आयी बाढ़ से सबौर प्रखंड के पांच पंचायत बरारी, रजंदीपुर, फरका, शंकरपुर, ममलखा में तबाही शुरू हो चुकी है. एक तरफ बाढ़ में इन पंचायतों के किसानों के लगभग 3000 हजार हेक्टेयर भूमि में लगी फसल डूब गयी है, तो दूसरी तरफ दर्जनों गांव के किनारे कटाव जारी है. कटाव […]

सबौर : गंगा नदी में आयी बाढ़ से सबौर प्रखंड के पांच पंचायत बरारी, रजंदीपुर, फरका, शंकरपुर, ममलखा में तबाही शुरू हो चुकी है. एक तरफ बाढ़ में इन पंचायतों के किसानों के लगभग 3000 हजार हेक्टेयर भूमि में लगी फसल डूब गयी है, तो दूसरी तरफ दर्जनों गांव के किनारे कटाव जारी है.
कटाव की तीव्रता देख गंगा किनारे बसे बाबूपुर चौका, रजंदीपुर, संतनगर, घोषपुर, इंगलिश, फरका, ममलखा, शंकरपुर, रामनगर आदि गांवों के लोग काफी भयभीत हैं. बाढ़ग्रस्त दियारा क्षेत्र से लोगों ने माल मवेशी के साथ ऊंचे स्थल की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है. सबसे ज्यादा खतरा इंजीनियरिंग कॉलेज पर
गंगा के कटाव का सबसे ज्यादा खतरा इंजीनियरिंग कॉलेज पर मंडरा रहा है. कटाव स्थल से महज 25-30 मीटर की दूरी पर कॉलेज की चहारदिवारी है. वर्ष 2013 की बाढ़ में पानी कॉलेज में घुस गया था.
कटाव का खतरा डीपीएस स्कूल पर भी मंडरा रहा है. फरका इंगलिश गांव से उत्तर महज 50 मीटर की दूरी पर भीषण कटाव जारी है. यदि कटाव की रफ्तार यही रही तो जल्द ही ये गांव पानी में समा सकते हैं.
कटाव निरोधी कार्य
जल संसाधन विभाग की ओर से इंजीनियरिंग कॉलेज से बाबुपूर गांव तक कटाव निरोधी कार्य किया जा रहा है. इसमें विभाग की ओर से 200 मजदूरों को लगाया गया है. कटाव स्थल पर कार्य करवा रहे मुंशी ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज से बाबूपुर तक रोजाना दस हजार बोरी कटाव स्थल पर भरा जा रहा है.
अब तक सवा लाख बोरी डाली जा चुकी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कटाव इतनी तीव्र है कि मिट्टी भरा बोरा देने से कुछ नहीं हो रहा. ठेकेदार द्वारा जाली में बोल्डर देने की जगह सिर्फ मिट्टी भरी बोरी ही डाली जा रही है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें