भागलपुर: बाढ़ का पानी घट रहा है लेकिन जलस्तर घटते ही महामारी का खतरा मंडराने लगा है. इसको लेकर प्रभात खबर ने फेसबुक के माध्यम से पाठकों से पूछा था कि ‘बाढ़ का पानी कम हो रहा है, पर गंदगी काफी बढ़ रही है, दरुगध भी काफी है आपकी नजर में स्थिति से निबटने के लिए क्या होना चाहिए? इसके जवाब में कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. ज्यादातर पाठकों को मानना है कि सबसे दयनीय स्थिति बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही होता है. इस समय पर सरकारी व्यवस्था शून्य होती है. इस सवाल को 20 लोगों ने लाइक किया है.
गौरव कुमार कहते हैं कि ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होना चाहिए. श्याम सुंदर सिंह कहते हैं, अब प्रशासन को सफाई कार्य शुरू क रवाना चाहिए, ताकि गंदगी का अंबार ना लगे. रूपेश कुमार सिंह लिखते हैं कि सबसे पहले कोशिश होना चाहिए की पानी कहीं जमा ना हो. बीमारी फैलने की गुंजाइश को खत्म करने के उपाय करने चाहिए. दीपक कुमार भी इस बात का समर्थन करते हैं. अभिषेक कुमार कहते हैं, नगर निगम को अब मुस्तैद हो जाना चाहिए. विराज महतो लिखते हैं, अपने आस पास के जमे गंदे पानी में ब्लीचिंग का छिड़काव खुद से भी करना चाहिए.
संतोष कुमार ने लिखा है कि जिला प्रशासन को ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराना चाहिए. साथ ही लोगों को खान पान के बारे में भी बताना चाहिए ताकि वे बीमारी से बच सकें. सौरभ कुमार का कहना है कि अभी स्कूलों को एक सप्ताह और बंद रखना चाहिए.
राहुल कुमार मिश्र कहते हैं, साफ सफाई करायी जानी चाहिए. विप्लव चौधरी लिखते हैं, हैजा से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग तो एलर्ट रहे ही, स्वयं सेवी संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए. इसके अलावा कुमार गौरव वाजपेयी, मानवेंद्र शुक्ल, सूरज प्रसाद, अनुज आर्यन, अंकित निकुंभ, कुमार अमर, पुरुषोत्तम मालाकार, चिंकू बिहारी, सुबोध राज, प्रीतम, अंकित तुषार, डॉ आलोक भाष्कर, पंकज कुमार, गणोश कुमार आदि ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.