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प्रभारी प्राचार्य को पोती कालिख
पूरे सूबे में गुरुजी हड़ताल पर हैं. उनकी अपनी मांगें हैं. इस दौरान कई जगहों पर हुल्लड़बाजी व हंगामा हो रहा है. मंगलवार को भागलपुर में भी एक प्रभारी प्राचार्य के चेहरे पर कालिख पोत दी गयी. हड़ताली शिक्षक अपनी मांगें मनवाने के लिए किसी हद तक जाने को तैयार दिख रहे हैं. ऐसे माहौल […]
पूरे सूबे में गुरुजी हड़ताल पर हैं. उनकी अपनी मांगें हैं. इस दौरान कई जगहों पर हुल्लड़बाजी व हंगामा हो रहा है. मंगलवार को भागलपुर में भी एक प्रभारी प्राचार्य के चेहरे पर कालिख पोत दी गयी. हड़ताली शिक्षक अपनी मांगें मनवाने के लिए किसी हद तक जाने को तैयार दिख रहे हैं. ऐसे माहौल में भी कुछ बच्चे ऐसे हैं, जो पढ़ना चाहते हैं. ये बच्चे चाहते हैं कि उनका स्कूल भवन मजबूत व सुंदर हो, ताकि उसमें निर्भय होकर वे पढ़ाई कर सकें. कई शिक्षक भी ऐसे बच्चों के साथ खड़े हैं. मंगलवार को ऐसे ही शिक्षकों के साथ कड़ी धूप में भी एक किमी से अधिक की दूरी तय कर डीइओ कार्यालय पहुंचे कई बच्चे और वहीं सांकेतिक रूप से कक्षा भी लगी. उनकी इस ‘गांधीगिरी’ से हैरान अधिकारियों ने उनकी मांग मान ली.
भागलपुर: वेतनमान की मांग को लेकर लगभग एक माह से हड़ताल कर रहे नियोजित शिक्षकों ने मंगलवार को मारवाड़ी पाठशाला में प्रभारी प्राचार्य सुनील कुमार सिंह के चेहरे पर कालिख पोत दी. स्कूल खुला देख करीब 25-30 की संख्या में विरोध प्रदर्शन करते हुए नियोजित शिक्षक मारवाड़ी पाठशाला पहुंचे. प्रभारी प्राचार्य के चेहरे पर कालिख पोत दी और कार्यालय व ग्रिल में ताला जड़ दिया.
सुबह 10 बजे हुई इस घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस स्कूल पहुंची, लेकिन तब तक हड़ताली शिक्षक स्कूल से भाग चुके थे. स्कूल के भीतरी परिसर के मेन गेट पर ताला जड़ देने से अभ्यास वर्ग के लिए आये दर्जन भर बीएड प्रशिक्षु घंटों भूखे-प्यासे कैद रहे. सभी प्रशिक्षु विमल विभूति बीएड कॉलेज, सबौर के थे. प्रभारी प्राचार्य ने हंगामा कर रहे हड़ताली शिक्षकों में से शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी प्रवीण झा व मारवाड़ी पाठशाला के ही नियोजित शिक्षक डॉ राजीव रंजन की पहचान की है. उन्होंने कहा कि इन्हीं दोनों के इशारे पर उनके चेहरे पर कालिख पोती गयी. दूसरी ओर प्रवीण झा व राजीव रंजन ने इस आरोप से इनकार किया है.
घंटों बाद पहुंचे डीइओ, सुलह की कोशिश विफल
सूचना देने के बावजूद घटना के घंटों बाद दोपहर तीन बजे स्कूल पहुंचे डीइओ की मौजूदगी में स्कूल का ताला तोड़ बीएड प्रशिक्षुओं को निकाला गया. मीडिया प्रभारी प्रवीण झा शिक्षक संघ के अन्य शिक्षकों को लेकर स्कूल पहुंचे. उन्होंने इस घटना के लिए शर्मिदगी जाहिर की और हाथ जोड़ कर माफी भी मांगी. लेकिन डीइओ द्वारा दोनों पक्षों में सुलह कराने की कोशिश सफल नहीं हो पायी. दोनों पक्षों में जारी बहस के बीच मामला और तूल पकड़ता चला गया. घटना से आक्रोशित नियमित शिक्षकों ने खबर लिखे जाने तक एफआइआर नहीं किया था. अब बुधवार को डीइओ इस संबंध में डीएम से बात करेंगे.
यह एक निंदनीय घटना है. जांच के लिए गये थे, घंटे भर सुलह कराने की कोशिश की. प्रभारी प्राचार्य ने आवेदन दिया है. समझौता हुआ तो ठीक. बुधवार को डीएम के समक्ष पूरे मामले को रखेंगे.
फूल बाबू चौधरी, डीइओ
हमने न कालिख पोती, न तालाबंदी की. भीड़ के बीच किसी सदस्य ने ऐसा कर दिया. संघ के विरुद्ध जो भी कार्य करेंगे, उनके साथ ऐसा ही होगा. घोषित हड़ताल के बावजूद स्कूल क्यों खोला गया. कुछ पैसों की खातिर बीएड प्रशिक्षुओं का अभ्यास वर्ग जारी था. ऐसे लोगों को नहीं बख्शा जायेगा.
प्रवीण झा, मीडिया प्रभारी, जिला माध्यमिक शिक्षक संघ
कालिख केवल मेरे चेहरे पर नहीं, बल्कि पूरे शिक्षक समाज पर पोती गयी है. बिना हाजिरी बनाये हमारा समर्थन था, फिर भी प्रवीण झा और हमारे ही स्कूल के डॉ राजीव रंजन के इशारे पर संघ के शिक्षकों ने घिनौना काम किया. शिक्षा विभाग के डीइओ को लिखित शिकायत की है. विचार-विमर्श के बाद ही एफआइआर कर सकते हैं.
सुनील कुमार सिंह, प्रभारी प्राचार्य, मारवाड़ी पाठशाला
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