कहलगांव: गंगा में उफान आने से कहलगांव के कई इलाकों के खेतों में पानी भर गया है. एनएच 80 के दोनों ओर स्थित खेतों में पानी लबालब भर गया है जो कभी भी एनएच पर चढ़ सकता है. पकड़तल्ला के पास गंगा का पानी सड़क को पार करने को बेताब है. सड़क के किनारे बसे घरों में पानी प्रवेश कर गया है. लोग जरूरी चीजों को बचाने में लगे हैं. कहलगांव बस स्टैंड से ओगरी जाने वाले रास्ते पर पानी लगभग छह सेमी ऊपर बह रहा है. कागजी टोला में संतोष साहनी के घर के सामने चार दिन के बाद ही दूसरा धंसना गिर कर गंगा में समा गया. इससे गंगा किनारे मछुआरे परिवारों के घर पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है. इस डर से मछुआरे परिवार रतजगा कर रहे हैं.
वहीं कागजी टोला से सटे कुलकुलिया गांव के दर्जन भर से अधिक मछुआरों के घर चारों ओर से पानी से घिरे हैं. ये लोग कागजी टोला के मछुआरों के घरों में शरण लिये हुए हैं. प्रभावित लोगों में पवन सहनी, दीपक सहनी, प्रसादी सहनी, सूरज सहनी, सुशील सहनी, राधे सहनी, सजन सहनी, दिलीप सहनी, शंकर सहनी, श्रवण सहनी, श्याम सहनी, सुरेश सहनी, दुर्गा सहनी, महादेव सहनी, मुन्ना सहनी एवं रंजीत यादव शामिल हैं.
खतरे के निशान से 79 सेमी ऊपर गंगा : सोमवार शाम छह बजे गंगा का जलस्तर बढ़ कर 31.88 मीटर हो गया. यह खतरे के निशान 31.09 मीटर से 79 सेमी अधिक है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा 3 घंटे प्रति सेंटीमीटर के हिसाब से बह रही है. हालांकि बक्सर में पानी घटना शुरू हो गया है. वहीं गांधी घाट और हाथीदाह में जल स्थिर हो गया है. लेकिन, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव, साहेबगंज एवं फरक्का में पानी बढ़ रहा है.