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भागलपुर में भी होगी स्वाइन फ्लू की जांच

तिलकामांझी के विमटा लैब के संचालक ने 12 घंटे में रिपोर्ट देने की कही बात कहा हैदराबाद से मंगाया गया है किट, मरीज के नाक के सुआब से होगी जांच त्रिपुरारि भागलपुर : जिस बीमारी को लेकर देश भर में हाय तौबा मची है, उसी बीमारी स्वाइन फ्लू के मरीजों की जांच का दावा अब […]

तिलकामांझी के विमटा लैब के संचालक ने 12 घंटे में रिपोर्ट देने की कही बात
कहा हैदराबाद से मंगाया गया है किट, मरीज के नाक के सुआब से होगी जांच
त्रिपुरारि
भागलपुर : जिस बीमारी को लेकर देश भर में हाय तौबा मची है, उसी बीमारी स्वाइन फ्लू के मरीजों की जांच का दावा अब भागलपुर के एक पैथोलॉजी संचालक ने किया है. तिलकामांझी हटिया रोड स्थित विमटा लैब के संचालक प्रशांत कुमार का दावा है कि वे स्वाइन फ्लू के मरीजों की जांच करने को तैयार हैं.
इसके लिए हैदराबाद की कंपनी ने आवश्यक जानकारी उनके टेक्नीशियन को दी है. इसी आधार पर वह स्वाइन फ्लू के मरीजों की जांच करने को तैयार हुए हैं. उनका कहना है कि मरीज की नाक से निकलने वाले सुआब से जांच की जायेगी.
इसके लिए चार डिग्री तापमान पर केमिकल को रखना पड़ेगा और 37 डिग्री तापमान पर सुआब को रखना है. संचालक का कहना है कि इस किट से एच वन एन वन जांच की जा सकती है. इसके लिए मरीजों को 2500 रुपये देने होंगे. जांच रिपोर्ट 12 घंटे के अंदर मरीज को मिल जायेगी. जानकारी के अनुसार जेने फ्रंट हैदराबाद की कंपनी ने जांच के लिए किट उपलब्ध करायी है. इसमें रेपिड इनफ्लुएंजा ए कैसेट (एंटी बॉडीज) लिखा गया है. संचालक ने बताया कि शनिवार से यह जांच शुरू हो जायेगी. अभी दो सौ किट मंगाया गया है.
यह वायरस कल्चर की जांच है. इसके लिए माइनस चार डिग्री तापमान पर मरीज के सैंपल को स्लाइन ब्रोथ में रखना है और 12 घंटे के अंदर लैब भेज देना है. इसके बाद जांच होती है. अगर कोई पैथोलॉजी वाला इस तरह की जांच कर रहा है तो मुङो नहीं मालूम. लेकिन हमलोग मेडिकल कॉलेज में काम करते हैं और वहां जांच की सुविधा नहीं है.
डॉ हेम शंकर शर्मा, वरीय फिजिशियन
स्वाइन फ्लू की जांच किसी किट से की जाती है, यह हमें तो नहीं मालूम, लेकिन ऐसा संभव हो सकता है. हालांकि दिल्ली में जब छह से सात हजार रुपये जांच के लिए जाते हैं तो यहां 2500 रुपये में किस आधार पर जांच किया जायेगा. यह मुङो नहीं मालूम है.
डॉ रविकांत मिश्र, पैथोलॉजिस्ट
लाल लेबोरेटरी ने देश के विभिन्न राज्यों में इस तरह के किट से जांच की शुरुआत की थी. पटना में भी प्राइवेट लैब जांच कर रहा है. स्वाइन फ्लू के मरीजों की नाक से सुआब लिया जायेगा और 0.5 एमएल सैंपल को लेकर बफर सॉल्यूशन किट में 0.5 एमएल केमिकल मिलाया जायेगा, तभी जांच होती है.
डॉ पीबी मिश्र, फिजिशियन

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