भागलपुर: आज सामाजिक मूल्यों का पतन हो रहा है. इसका हनन हो रहा है. समाज में गिरावट आयी है. इसे हर हाल में रोकना होगा. सामाजिक कुरीतियों को रोकने के लिए विद्वानों का समाज में समय-समय पर जमघट आवश्यक है. उक्त बातें भागलपुर के सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन ने बुधवार को महादेव सिंह कॉलेज में आयोजित दूसरे राष्ट्रीय सेमिनार के उदघाटन मौके पर कही. सेमिनार का विषय ‘वर्तमान परिवेश में सामाजिक गतिशीलता’ था.
सेमिनार का आयोजन गुरुवार को भी होगा और तीसरा सेमिनार शुक्रवार को होगा. उन्होंने कहा कि छात्रों को छोटे स्केल का मोबाइल रखना चाहिए और मल्टीमीडिया मोबाइल से परहेज करना चाहिए. मोबाइल से कुसंस्कृति पैदा हो रही है. विक्रमशिला की संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने की जरूरत है.
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अंजनी कुमार सिन्हा ने कहा कि सामाजिक गतिशीलता विषय पर आयोजित इस सेमिनार से समाज को भी नयी दिशा मिलेगी. यह भारतीय समाज के लिए मील का पत्थर साबित होगा. डीआरडीए डायरेक्टर व महाविद्यालय तदर्थ समिति के अध्यक्ष डॉ एसएन सिंह ने कहा कि महादेव सिंह कॉलेज में तीन सेमिनार का आयोजन खुद में गौरव का विषय है. डॉ शैलेश प्रसाद सिंह ने महाविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास पर प्रकाश डाला. कॉलेज के प्राचार्य डॉ केडी प्रभात ने अतिथियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि सोशल मोबिलिटी एक ग्लोबल फेनोमेना है, जो निरंतर गतिशील रहता है.
जम्मू कश्मीर विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो रामजी तिवारी ने अध्यक्षता की. आयोजन सचिव डॉ विभु कुमार राय ने सेमिनार के थीम पर प्रकाश डाला. की नोट एड्रेस मारवाड़ी कॉलेज के शिक्षक प्रो एसके आजाद ने किया. इस मौके पर डॉ एके राय, डॉ विजय कुमार, डॉ मनोज कुमार, डॉ जीएन सिंह, वोडाफोन के जीएम राजीव रंजन, डॉ जुहिला मिश्र, कौशल किशोर सिंह, प्रकाश चंद्र गुप्ता, मृणाल शेखर आदि मौजूद थे. तकनीकी सत्र में शोध पत्र पेश किये गये. तकनीकी सत्र की अध्यक्षता पीजी सांख्यिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ बीके दास ने की. संचालन डॉ मनोज कुमार ने किया. की नोट एड्रेस क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र के निदेशक डॉ विजय कुमार व बिहार कृषि विवि के डॉ आरएन झा ने दिया. डॉ बीके दास ने कहा कि शैक्षिक व सामाजिक मूल्यों के आधार पर सामूहिक गतिशीलता का विस्तृत अध्ययन सांख्यिकी आंकड़ों से ही संभव है. इस मौके पर शोधार्थी ममता कुमारी, मिथिलेश कुमार, कर्नल ओंकार सिंह, डॉ नीलम महतो आदि मौजूद थे. दोनों तकनीकी सत्रों में रिपोटियर की भूमिका दीपक कुमार दिनकर ने निभायी.